अहमदाबाद: राजनीतिक हलकों में यह अटकलें लगने लगी हैं कि उत्तर प्रदेश चुनाव में भारी जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गुजरात में समय से पूर्व विधानसभा चुनाव करा सकती है. हालांकि आधिकारिक रूप से बीजेपी ने इसकी संभावनाओं को खारिज किया है, लेकिन सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के कुछ नेताओं का मानना है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य में दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज्य में जुलाई या सितंबर में ही चुनाव कराया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद समय-पूर्व चुनाव की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि पार्टी को पांच वर्ष के लिए जनादेश मिला है और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि दिसंबर में ही चुनाव कराए जाएंगे.
हालांकि बीजेपी सूत्रों ने इस बात के संकेत दिए हैं कि गुजरात की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए सब कुछ संभव है, क्योंकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले गृहराज्य में जीत हासिल करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा.
उन्होंने बताया कि यह निर्णय प्रधानमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निर्भर करता है. पार्टी ने गुजरात के लिए ‘यूपी में 325, गुजरात में 150’ का नारा भी दिया है, और 182-सदस्यीय विधानसभा में 150 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है. राज्य के बड़े शहरों में मोदी और शाह की तस्वीरों और नारों वाले बैनर और पोस्टर लगा दिए गए हैं और पर्चे बांटे जा रहे हैं.
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