फतेहपुर : ट्रांसफार्मरों के मरम्मतीकरण में खेल किया जा रहा है। इसीलिए समय से पहले खराब हो जाते है और इलाके में अंधेरा छा जाता है। उनमें मानक के मुताबिक तेल नहीं डाला जाता है। इससे ट्रांसफार्मर अधिक दिनों तक नहीं चल पाते हैं। हालांकि इसकी शिकायत किसानों ने कई बार डीएम से की है, लेकिन सुधार नहीं हुआ। अब किसान आहत हो आंदोलन करने की योजना बना रहे है।
बताते चलें कि मुराइनटोला विद्युत उपकेंद्र में दो वर्ष पहले कार्यशाला स्थापित हुई थी। महीने में 40 ट्रांसफार्मरों के मरम्मतीकरण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अव्यवस्था की वजह से ट्रांसफार्मर दुरुस्त नहीं हो पा रहे है। जिसकी वजह से ट्रांसफार्मरों की किल्लत बनी रहती है। बुधवार को भी किसान मरम्मत किए गए ट्रांसफार्मर लेने आए थे, लेकिन नहीं मिल पाए। इस पर किसानों ने कार्यशाला के विद्युत अधिकारियों से नाराजगी भी व्यक्त की। अधीक्षण अभियंता विद्युत आरएन ¨सह का कहना था कि कार्यशाला में मरम्मत किए गए ट्रांसफार्मर मानक के मुताबिक दुरुस्त न किए जाने की शिकायती मिली है। इसकी जांच विभाग के एसडीओ सदर से कराई जा रही है। रिपोर्ट आने पर कार्यशाला के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते हैं किसान
– धाता के किसान कैलाश वर्मा, किशुनपुर के महेंद्र ¨सह, शैलेंद्र, भिटौरा के कमलेश कुमार, गाजीपुर के सुरेश , जखनी के राम लाल समेत कई किसानों का कहना था कि ट्रांसफार्मरों के मरम्मतीकरण में खेल किया जाता है। इसीलिए कम दिनों तक चल पाते हैं। खराब ट्रांसफार्मर इसीलिए नहीं बदल पा रहे है।
शिकायत सही हुई तो नपेंगे
मामले पर एसडीएम अभिनव रंजन श्रीवास्तव का कहना था कि किसानों ने शिकायतें की है। इसकी जांच करके रिपोर्ट विद्युत विभाग के आला अधिकारी से रिपोर्ट तलब की गई है। कहा कि आरोप सहीं पाए गए तो दोषी कर्मी एवं अधिकारी नपेंगे।
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