ध्वस्त गौरी-औरा पुल दे रहा हादसों को दावत
फतेहपुर : निचली गांगा कैनाल का ध्वस्त हो चुका गौरी -औरा गांव का पुल राहगीरों को मौत का दावत दे रहा है, इससे निकलने वाले वाहन कब नहर में गिर जाए, इसकी दहशत रहती है। आने-जाने वाले बाइक सवार तक निकलने से घबराते है। इसमें कई बार गिरकर राहगीर जख्मी भी हो गए। इसके बावजूद ¨सचाई विभाग के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगा। हालांकि नहरों के पुल व पुलियों को दुरुस्त करने के लिए ¨सचाई विभाग के दोनों खंडों को एक-एक करोड़ आवंटित भी किए जा रहे है। आंवटित किए गए बजट से 42 पुल व 120 पुलियों का निर्माण कार्य राम गंगा व निचली गंगा कैनाल द्वारा कराया जा रहा है। लेकिन अत्यधिक जर्जर हो चुके गौरी औरा गांव के समीप ध्वस्त हो चुके का पुल की ओर ¨सचाई विभाग के किसी अधिकारी की निगाहें नहीं टिकी हैं। इससे यह पुल और खतरनाक हो गया है। हालांकि राहगीरों ने पुल के निर्मित न होने की शिकायत डीएम समेत कई अधिकारियों से की है। मामले पर ¨सचाई विभाग के नोडल अधिकारी महेश ¨सह का कहना था कि यह पुल निचली गंगा कैनाल का है। वहां के एक्सईएन से मामले पर बात की जाएगी। उधर अपर जिलाधिकारी अलोक कुमार का कहना था कि लोगों ने पुल के ध्वस्त होने की शिकायत की है। कहा कि ¨सचाई विभाग के अधिकारियों से बात की जाएगी।
…….
आंदोलन करने पर ही बनेगा
– ¨सचाई विभाग की अधिकारियों की अनदेखी से गौरी औरा का पुल मौत को दावत दे रहा है। इसके निर्माण के लिए आंदोलन किया जाएगा।
– राजेश ¨सह , महना
– आएदिन राहगीर पुल से गिरकर जख्मी हो रहे हैं, इसके बाद भी ¨सचाई विभाग के अधिकारी पुल की अनदेखी किए है।
– भानु प्रकाश, चढौरा
– पुल का मरम्मतीकरण तो विभागीय अधिकारियों ने कई बार किया, लेकिन इसका निर्माण अभी तक नहीं कराया, इससे लोगों में आक्रोश है।
– सुरेंद्र यादव, बहुआ
– पुल कई जगह टूट गया है, इससे भारी वाहनों के निकलने से कब और कौन सी घटना हो जाए, इसकी दहशत लोगों को सताए रहती है।
News Source : http://www.jagran.com