शहर क्षेत्र के पीरनपुर इलाके में रात दो बजे झगड़े की सूचना पर बाइक से निकले सदर कोतवाली के एक सिपाही को अग्रसेन मूर्ति के समीप ज्वालागंज मोहल्ले में बांदा की तरफ से तेज रफ्तार में आ रही अज्ञात बोलेरो कुचलते हुए निकल गई । सिपाही को मरणासन्न हालत में सदर अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई। हादसे की सूचना पाकर कन्नौज जिले से आए परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताया है ।
कन्नौज जिले के भुरजानी गांव थाना गुरुसहायगंज निवासी 33 वर्षीय बैजनाथ यादव पुत्र स्व. रामचंद्र को शहर क्षेत्र के पीरनपुर में झगड़े की सूचना दी गई । सिपाही रात दो बजे बाइक से पीरनपुर की तरफ निकल गए । लेकिन, ज्वालागंज से निकलते ही अग्रसेन मूर्ति के समीप बोलेरो की टक्कर से गंभीर रुप से घायल हो गए। हास्पिटल ले जाते ही वहां उनकी मौत हो गई। बताते हैं कि सिपाही बैजनाथ यादव के पीछे दूसरी बाइक से सिपाही वासिफ भी जा रहे थे जिन्होंने हादसा देखकर पुलिस अफसरों को सूचना दी। खबर पाकर आए मृतक के भाई छविनाथ यादव व ससुर रामप्रताप यादव ने बताया कि बैजनाथ की वर्ष 2005 में सिपाही के पद पर भर्ती हुई थी और उसके बाद वह फर्रूखाबाद जीआरपी में रहे। फिर फतेहपुर जिले के औंग थाने में तैनाती हुई और उसके बाद दो वर्ष पूर्व सदर कोतवाली में उनकी तैनाती हुई थी। तबसे यहीं कार्यरत थे। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस लाइन में सीओ सिटी समरबहादुर ¨सह ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर सलामी दी। सीओ सिटी ने बताया कि अज्ञात बोलेरो से कुचलकर सिपाही की मौत हुई है ।
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पखवारे भर पूर्व की थी भाई से बात
फतेहपुर : गमजदा भाई रामप्रताप यादव ने कहा कि पखवारे भर पूर्व छोटे भाई से बात हुई थी । उन्होंने आरोप लगाया कि भाई के खून से सनी जाकेट, बेल्ट आदि कपड़े सदर कोतवाली स्थित कमरे में मिले हैं जिससे मौत पर संदेह है कि कहीं उसकी हत्या न कर दी गई हो, क्योंकि पुलिस विभाग के किसी अफसर ने उन्हें हादसे की सूचना नहीं दी। हादसे की सूचना उन्हें फर्रूखाबाद जीआरपी थाने से मिली। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हादसे से मौत होना स्पष्ट हुआ है।
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2007 में हुई थी सिपाही की शादी
फतेहपुर : सदर कोतवाली में तैनात सिपाही बैजनाथ यादव की शादी वर्ष 2007 में शिवानी के साथ हुई थी। हादसे की सूचना पाकर पत्नी शिवानी अपने दो बच्चों शिवा व सोनिया के साथ बदहवास हालत में रहीं। हालांकि परिजन उन्हें साथ नहीं लाए थे, लेकिन मृतक के ससुर रामप्रताप यादव पोस्टमार्टम हाउस आए थे जिनसे सूचना मिलते ही वह बदहवास रही।
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