नई दिल्ली.2016-17 में देश के 32 क्षेत्रीय दलों की आमदनी 321 करोड़ रुपए रही। समाजवादी पार्टी ने अपनी आमदनी 82.76 करोड़ बताई है, जो कि सभी क्षेत्रीय दलों का 25.76 फीसदी है। नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक 32 क्षेत्रीय दलों ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट इलेक्शन कमीशन को भेजी। इनके अलावा 16 दलों की ऑडिट रिपोर्ट इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर मौजूद नहीं है। इनमें आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दल शामिल हैं।
जेडीएस की आमदनी का 87% खर्च नहीं हुआ
– जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन की आमदनी का 87% से ज्यादा खर्च ही नहीं हुआ। दूसरी ओर 15 क्षेत्रीय दलों की 2016-17 के दौरान जो आदमनी हुई, उससे ज्यादा खर्च हो गई।
2015-16 के मुकाबले 2016-17 में कितना फर्क पड़ा
– 32 क्षेत्रीय दलों में से 43% यानी 14 दलों ने अपनी आमदनी में 2015-16 के मुकाबले 2016-17 में गिरावट दिखाई है।
– 40.63% यानी 13 दलों ने इसी समयसीमा के दौरान अपनी आमदनी में बढ़ोतरी दिखाई। 5 दलों यानी 15.63% ने 2015-16 में इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरा था।
– 27 क्षेत्रीय दलों की 2015-16 में आमदनी 291.14 करोड़ थी, जो कि 2016-17 में बढ़कर 316.05 करोड़ हो गई। इसमें 24.91 करोड़ यानी 8.56% की बढ़ोतरी हुई।
भाजपा की आमदनी एक साल में 82% बढ़कर 1034 करोड़ हुई
– एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, सात राष्ट्रीय पार्टियों की फाइनेंशियल ईयर 2016-17 में आमदनी 1559 करोड़ है। इसमें सबसे ज्यादा आमदनी भाजपा की है। इसके बाद कांग्रेस का नंबर है। भाजपा की कमाई 81.8% बढ़कर 1034 करोड़ रुपए हो गई। 2015-16 में यह 570.86 करोड़ रुपए थी। वहीं, इस दौरान कांग्रेस की आमदनी में 14% की कमी आई है। पार्टी की आय 261.56 करोड़ रुपए से घटकर 225.36 करोड़ रुपए रह गई है।