उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हो रही बेमौसम बारिश किसानों के लिए आसमानी आफत बन गई है. मथुरा जिले की बात करें तो यहां भी बारिश ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. जिस फसल को उन्होंने कड़ी मेहनत के बाद खेत में उगाया है, वो पूरी तरह से जलमग्न हो गई है. किसानों की मेहनत पर चंद घंटों में इंद्रदेव के प्रकोप ने पानी फेर दिया है.
किसान खेत की तरफ देखकर कभी खुद को, तो कभी भगवान को कोस रहा है. पानी से भरे खेत देखकर किसानों के चेहरे पर मायूसी की लकीरें उभर आई हैं. खेत में खड़ी बाजरा, जवार, ढेंचा, गोभी और धान की फसल को बारिश ने चंद घंटों में बर्बाद कर दिया है.
किसानों ने की मुआवजे की मांग
किसानों ने कहा कि हमें तो अब हर तरफ से मौत नजर आ रही है. कभी सूखे की मार, तो कभी सैलाब. अभी कुछ दिन पहले खेतों की खुले घूम रहे जानवरों से रक्षा कर रहे थे, लेकिन आसमान से बरसी आफत को कैसे रोकें. मनीष भरंगर नाम के किसान ने बताया कि इस बारिश से लगभग सभी फसलों में नुकसान पहुंचा है. सबसे अधिक नुकसान धान और बाजरा की खेती को हुआ है. जिन लोगों ने सरसों की फसलों की बुवाई कर दी थी वो सब बर्बाद हो गई, और जो खेत बुवाई के लिए तैयार हुए थे वो पानी में डूबने के कारण बुवाई के लिए लेट हो गए हैं.