ब्लड प्लेटलेट्स की जगह ‘मौसंबी जूस’ चढ़ाने से हुई मौत के मामले में 10 गिरफ्तार

 

प्रयागराज में नकली ब्लड प्लेटलेट्स बेचने के मामले में यूपी पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. प्रयागराज में डेंगू के मरीज को कथित तौर पर मौसंबी का रस प्लेटलेट बताकर दिया गया था. हालांकि पुलिस का कहना है कि मौसंबी के रस वाले आरोप अभी साबित नहीं हुए हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपी ब्लड प्लाज्मा को प्लेटलेट्स के रूप में बेच रहे थे.

एसएसपी प्रयागराज ने कहा है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की गई है कि क्या प्रयागराज का गिरोह भी मौसंबी के रस को प्लेटलेट्स बताकर दे रहा था. एक आरोपी ने कहा कि ऐसा नहीं हो रहा था, बल्कि गिरोह द्वारा रक्त प्लाज्मा को प्लेटलेट्स बताकर दिया जा रहा था. एसएसपी का कहना है कि कथित तौर पर मौसंबी  के रस को प्लेटलेट बताए जाने के मामले में जांच रिपोर्ट का अभी इंतजार है.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में डेंगू के मरीज की ब्लड प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस चढ़ाने की वजह से जान जाने का आरोप है. यह सनसनीखेज मामला प्रयागराज के झलवा इलाके से जुड़ा है. डेंगू से ग्रस्त होने के कारण प्रदीप कुमार पांडेय को एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. आरोप है कि यहीं मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस चढ़ा दिया गया, जिससे उसकी जान चली गई. मामले के सोशल मीडिया में आने के बाद प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेकर उसे प्लेटलेट्स के रूप में दोबारा पैक कर रहे थे.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने संवाददाताओं को बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने नकली प्लेटलेट्स की आपूर्ति करने वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से प्लेटलेट्स के कई पाउच बरामद किए हैं. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों से की गई पूछताछ से पता चला कि ये लोग ब्लड बैंक से प्लाज्मा लेते थे और उसे अलग अलग पाउच में डालकर पाउच पर प्लेटलेट्स का फर्जी स्टिकर लगाकर जरूरतमंद लोगों को बेचते थे.

पांडेय ने बताया कि पूछताछ में जो तथ्य सामने आए हैं, उन पर आगे काम किया जाएगा. इससे पूर्व कुछ दिन पहले अवैध रूप से ब्लड की आपूर्ति करने वाले 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

प्लेटलेट्स के पाउच में कथित तौर पर मौसंबी का जूस मरीज को चढ़ाए जाने के प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पूछताछ में पाउच में मौसंबी का जूस होने की बात अभी तक सामने नहीं आई है और ये लोग प्लाज्मा को ही प्लेटलेट्स के रूप में बेचते थे. पांडेय ने बताया कि सैंपल लैब में भेजा जा रहा है और उसकी जांच के बाद ही सही तस्वीर सामने आएगी.

उल्लेखनीय है कि जिले में एक निजी अस्पताल में डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह कथित तौर पर मौसंबी का जूस चढ़ाने का मामला गुरुवार को सामने आया था. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के आदेश पर उस अस्पताल को सील कर दिया गया जहां मरीज को प्लेटलेट्स की जगह कथित तौर पर मौसमी का जूस चढ़ाया गया था.

 

 

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