आगरा के एत्माद्दौला क्षेत्र के शंभू नगर में बीती रात चार साल के मासूम का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। इसके बाद हत्यारोपी बच्चे के घर पहुंच गया। बच्चे की तलाश के लिए घरवालों के साथ चार घंटे तक रहा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। बच्चे का शव हत्यारोपी की निशानदेही पर मिला। इसके बाद पुलिस ने उसे शक के आधार पर पकड़ लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है।
शंभू नगर के रहने वाले बबलू का चार वर्षीय बेटा गोल्डी उर्फ बिट्टू शनिवार शाम को घर के बाहर से खेलते-खेलते अचानक लापता हो गया। काफी देर बाद भी जब वह घर नहीं आया तो घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। बबलू के साथ काम करने वाला नगला रामबल निवासी बंटी उसी समय घर पहुंच गया। बच्चा लापता है इससे अंजान रहते हुए बबलू के साथ वह भी गोल्डी की तलाश करने में जुट गया।
देर रात उसने किसी से फोन पर बात की और बताया कि किसी भगत ने उसे बताया है कि बच्चा कालिंदी विहार की पेठा नगरी में है। इस जानकारी पर परिवार के लोग पेठा नगरी पहुंचे, यहां बंटी घरवालों को उस स्थान पर ले गया, जहां बच्चे का शव पड़ा था।
बच्चे का शव खून से लथपथ था, उसके सीने में गोली लगने का निशान था और पास में ही एक तमंचा पड़ा हुआ था। बच्चे के शव को देख पिता के होश उड़ गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
इस दौरान बबलू ने पुलिस को पूरी कहानी बताई। पुलिस ने शक के आधार पर बंटी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। बबलू ने बताया कि वह हलवाई का काम करते है और बंटी भी उसके साथ ही काम करता है।
बंटी से कोई भी रंजिश नहीं है। इकलौते बेटे की हत्या उसने क्यों की यह समझ में नहीं आ रहा है। इंस्पेक्टर एत्माद्दौला विनोद कुमार का कहना है कि शक के आधार पर युवक को पकड़ा गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।