ईरान के रहने वाले ‘दुनिया के सबसे गंदे आदमी’ कहे जाने वाले अमो हाजी की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि, 94 वर्ष के अमौ हाजी की मृत्यु उनके जीवन में पहलीबार स्नान करने बाद के बाद हुई. हाजी को गंदा इसलिए कहा जाता था, क्योंकि इन्होंने कई दशकों से नहाया नहीं था. ऐसा माना जाता है कि हाजी बीमार होने के डर से नहाने से परहेज करते थे, लेकिन कुछ महीने पहले ही ग्रामीण उन्हें नहलाने के लिए बाथरूम में ले गए थे, लेकिन कुछ समय बाद, वह बीमार पड़ गए और आखिरकार रविवार को उनका निधन हो गया.
ईरान की सरकारी मीडिया ने मंगलवार को बताया कि, दशकों से गंदगी में रहने और कपड़े न धोने के लिए ‘दुनिया के सबसे गंदे आदमी’ के नाम से प्रसिद्ध ईरानी व्यक्ति की 94 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई. ईरानी मीडिया आउटलेट्स के हवाले से बताया है कि, 2013 में उनके जीवन के बारे में ‘द स्ट्रेंज लाइफ ऑफ अमौ हाजी’ नाम की एक शॉर्टर फिल्म भी बनाई गई थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाजी सड़क किनारे मरे जानवरों को खाते थे और जानवरों के मल से भरे पाइप से धूम्रपान करते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमो हाजी की मृत्यु रविवार को देश के दक्षिणी प्रांत फार्स के देजगाह गांव में हुई.
हाजी ने कभी शादी नहीं की थी और जाहिर तौर पर उनका कोई परिवार नहीं था. वे ईरान के रेगिस्तान में अकेले रहते थे. उनके पास अपना घर नहीं था, लिहाजा वह गांव के बाहर रेगिस्तान में बने गड्ढों में रहते हैं. कहा जाता है कि, अमो हाजी सालों से अपने शरीर पर एक ही कपड़ा पहने हुए थे. अगर कोई उन्हें कपड़ा देता था तो वह उसे अपने गंदे कपड़ों के ऊपर ही पहन लेते थे. इसके अलावा वह एक पुराना हेलमेट पहन लेते थे, जिससे ठंड में उनके कान भी बंद हो जाते थे.