फतेहपुर। मलवां विकास खंड के ग्राम रेवाड़ी बुजुर्ग में 22 वर्षों से लगातार चली आ रही श्री रामलीला महोत्सव का आयोजन शुरू हो गया। प्रथम दिन रामलीला में पूर्व ब्लाक प्रमुख जितेंद्र सिंह गौतम जीतू ने भगवान राम और लखन की आरती कर रामलीला का शुभारम्भ किया। रामलीला में कलाकारों ने राम बनवास के पाठ का वर्णन किया।
रामायण महाकाव्य सनातन धर्म का एक प्रमुख ग्रंथ है। अगर धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा। रामायण के हर पन्ने पर अनेक रहस्य और रोमांच छुपा है। रामायण की सबसे बड़ी घटना भगवान राम का वनवास जाना है। रामायण के अनुसार, माता कैकेयी ने महाराज दशरथ से भगवान राम के लिए 14 वर्षों के लिए वनवास मांगा था, जिसकी वजह से रावण का अंत हो सका। राजा दशरथ की तीसरी पत्नी कैकेयी भगवान राम से अपने बेटे भरत से भी ज्यादा प्रेम करती थीं। उन्हें राम से बहुत आशाएं थीं। जब कैकेयी ने भगवान राम से 14 वर्षों का वनवास मांगा था तब सबसे ज्यादा भरत हैरान हुए थे क्योंकि वह जानते थे कि माता राम से कितना प्रेम करती हैं। रामलीला देखने के लिए लक्ष्मणपुर, रामपुर, इब्राहिमपुर, महमूदपुर, कोटिया, देवमई खानपुर, वाजिदपुर, दौलतपुर, अहिरनखेडा सहित दो दर्जनों से ज्यादा गांव के लोग शामिल हुए। कमेटी के अध्यक्ष प्रशांत पांडेय ने मुख्य अतिथि को प्रतिक चिन्ह भेंट कर व ग्राम प्रधान रवि मिश्रा ने माल्यार्पण कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में पंकज पांडेय, पीयूष दीक्षित, जीतू मिश्रा, छोटे यादव (प्रधान रेवाड़ी खुर्द), अजीत सैनी, नरेन्द्र सिंह गौतम पूर्व प्रधान, महेंद्र अग्निहोत्री, मोनू अग्निहोत्री, सूरज दीक्षित, नीलू अग्निहोत्री, पम्मू मिश्रा, रजय सिंह, ओम उमराव, परशुराम वर्मा, नवल वर्मा, महेश कुमार पूर्व प्रधान, नरेंद्र सिंह गौतम सहित कमेटी के सभी सदस्य मौजूद रहे।