साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में शनिवार देर रात हैलोवीन फेस्टिवल के दौरान भगदड़ मच गई। इटावोन टाउन में हुए इस हादसे में 151 लोगों की मौत हो गई। 2 हजार से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि संकरी गली में लाखों लोगों के जमा होने के बाद भगदड़ मची।
एक चश्मदीद ने बताया, “भीड़ इतनी ज्यादा थी कि हम मुड़ भी नहीं पा रहे थे। अचानक कुछ लोगों ने चिल्लाना शुरू किया- धक्का मारो, धक्का मारो। फिर एक के ऊपर एक लोग गिरने लगे। मैं भी दब गई थी। सांस भी नहीं ले पा रही थी।”
भारत में साउथ कोरिया एंबेसी का झंडा आधा झुकाया गया
एक अधिकारी ने कहा कि हैलोवीन फेस्टिवल में हुई भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई। साउथ कोरिया के प्रेसिडेंट ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इसके बाद दिल्ली में स्थित साउथ कोरिया एंबेसी का झंडा आधा झुकाया गया है।
हादसे से जुड़े 3 जरूरी पॉइंट्स…
1. साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में हुए हादसे में 151 लोगों की मौत हो गई। 82 घायल हैं और 2 हजार लोग लापता हैं। मृतकों में ज्यादातर 18-20 साल के युवा हैं।
2. मृतकों में 19 विदेशी नागरिक हैं। इनमें 3 चीन के नागरिक थे। ऐसे कई पर्यटक घायल भी हैं।
3. इटावोन इलाके को इसकी नाइट लाइफ के लिए जाना जाता है। यहीं हैलोवीन के दौरान हादसा हुआ। कोरोना महामारी के बाद ये पहला नो मास्क हैलोवीन था।
17 साल की किम ने बताई हादसे की कहानी
हाई स्कूल में पढ़ने वाली 17 साल की किम सियो-जोंग अपनी दोस्त के साथ फेस्टिवल में शामिल होने के लिए घर से निकली थी। किम सियो-जोंग ने बताया, “हम हैलोवीन सेलिब्रेशन को लेकर बहुत एक्साइटेड थे। मैं अपनी दोस्त के साथ रात करीब 8 बजे इटावोन इलाके में पहुंची। वहां पैर रखने की जगह नहीं थी। हम आगे ही नहीं बढ़ पा रहे थे। हमने वापस घर जाने का सोचा लेकिन भीड़ होने के कारण हम कहीं नहीं जा पाए।
अचानक कुछ लोग चिल्लाने लगे धक्का दो। लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे। अचानक से मेरे सामने खड़ा एक शख्स गिर गया। धक्का लगने की वजह से मैं भी गिर गई। एक के बाद एक मेरे पीछे खड़े लोग भी गिरने लगे। कुछ लोग मेरे ऊपर भी गिरे। मैं सांस नहीं ले पा रही थी। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। कुछ लोगों ने हमारी मदद की। जैसे-तैसे मैं और मेरी दोस्त वहां से बाहर निकल पाए।”
19 साल की किम दा-बिन लापता
सियोल कम्युनिटी सेंटर के मुताबिक, करीब 2 हजार से ज्यादा मिसिंग कंप्लेंट दर्ज कराई गई हैं। 19 साल की किम दा-बिन भी लापता है। उसकी मां उसे तलाशते हुए एक अस्पताल पहुंची। इसी अस्पताल में मृतकों और घायलों को लाया गया।
उन्होंने बताया, “मेरी बेटी कुछ दिनों बाद मिलिट्री सर्विस की ट्रेनिंग के लिए जाने वाली थी। उसके पहले वह अपने दोस्तों से मिलना चाहती थी। शनिवार रात वो घर से निकली फिर उसके एक दोस्त ने बताया कि हादसे में उसकी मौत हो गई। ये सुनकर मैं घटनास्थल पर पहुंची। मुझे यकीन नहीं हुआ कि मेरी बेटी अब नहीं रही। इसलिए मैं हॉस्पिटल आई। मुझे अब तक मेरी बेटी नहीं मिली है।”