एमपी, घर से पानी भरने गई एक युवती पेट्रोल टैंकर में हुए ब्लास्ट की आग में जलकर खाक हो गई। उसकी दूसरी बहन 100% जल चुकी थी। अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। हादसे में घायल कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
‘वो हल्के गड्ढे में खड़े होकर जलता पेट्रोल टैंकर देख रही थी। दूसरे लोग भी ऊपर ही खड़े थे, तभी टैंकर में ब्लास्ट हुआ। पूरा पेट्रोल उड़कर गड्ढे में भर गया। गड्ढे के पेट्रोल से आग बड़ा गोला बन गई। गुड़िया उसी गड्ढे में ही फंस गई। वह चीखते हुए पलभर में खाक हो गई। जैसे कोई कागज का टुकड़ा जलता है। उसका सिर्फ कंकाल बचा। उसके तो इसी साल हाथ पीले करने वाले थे, हमें तो हाथ भी साबुत नहीं मिला, सिर्फ खोपड़ी मिली।
यह दर्द है खरगोन पेट्रोल-डीजल टैंकर ब्लास्ट में कंकाल बनी गुड़िया (20) की ममेरी बहन प्रीतिबाला डाबर (20) का। आपको बता दें, गुड़िया इकलौती युवती थी जो उस हादसे में कंकाल बन गई। शनिवार तक युवती समेत 7 लोगों की मौत हो गई। रविवार को दो और लोगों ने दम तोड़ दिया। 13 लोग अब भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
लोग फफकते हुए कह रहे थे ये गुड़िया है…
चंद सेकेंड में गुड़िया कागज की तरह जलकर राख हो गई। हमें भी कंकाल देखकर यकीन नहीं हो रहा था कि ये लड़की गुड़िया ही है। पहचान बताई पर आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था। वहां बस एक खोपड़ी दिख रही थी। बाकी सबकुछ चीथड़े-चीथड़े हो चुका था। लोग फफकते हुए हर किसी को बता रहे थे कि ये गुड़िया है…।’ सोशल मीडिया पर गुडिया के कंकाल के फोटो-वीडियो जिंदगीभर हमें सालते रहेंगे।
दिवाली बाद रचना थी मेहंदी
गुड़िया के परिवार में मां, बाप के अलावा बहन सपना और भाई राहुल है। गुड़िया सबसे बड़ी थी और पढ़ना छोड़ चुकी थी। परिवार वाले इसी साल दिवाली बाद उसकी शादी करने वाले थे। कई जगह रिश्ते के बात हो रही थी।