डेंगू से बचने के लिए साफ-सफाई बेहद जरूरी-डीएमओ डेंगू प्रभावित गांवों में की जा रही फागिंग व मच्छर रोधी दवाइयों का छिड़काव

फतेहपुर। डेंगू की रोकथाम के लिए संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग विशेष अभियान चलाकर लोगों से साफ सफाई रखने की अपील कर रहा है। साथ ही मच्छर रोधी दवा का छिड़काव व फागिंग की जा रही है। विभाग ने असोथर, विजयीपुर फागिंग वह एंटी लार्वा का छिड़काव किया है। जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने कहा कि आबादी वाले क्षेत्रों में कचरा सही प्रबंधन, पानी का सही से निष्कासन नहीं होने से गंदे पानी का जलजमाव एवं सड़कों तथा गलियों में गंदगी का फैलाव डेंगू प्रसार का सबसे बड़ा कारण है। अगर लोग लापरवाही नहीं बरतते हैं। घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि इस समय जिले 25 डेंगू व 42 मलेरिया ग्रस्त मरीज है। सभी का इलाज चल रहा है। डेंगू की गंभीर स्थिति से निपटने के जिला अस्पताल 10-10 और जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 5-5 बेड आरक्षित है। साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू, मलेरिया चिकनगुनिया व टाइफाइड बुखार के जांच की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। मलेरिया निरीक्षक ईशान ने बताया कि इस समय न गर्मी ज्यादा है और न ही सर्दी अधिक होती है। ऐसे मौसम में डेंगू के मच्छर ज्यादा पनपते और डेंगू मरीजों के ज्यादा मामले सामने आते हैं। उन्होंने ने बताया कि डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर ठहरे हुए व साफ पानी कूलर, गमले, जानवरों की औधी के पानी, रुंधे हुए नालों व नालियों आदि में पनपते है। यह दिन के समय काटता है।
इनसेट-
डेंगू के लक्षण ऐसे पहचानिए
भूख कम लगना
ठंड लगकर बुखार आना
सिर और आंखों में दर्द होना
शरीर और जोड़ों में दर्द होना
पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
जी मिचलाना उल्टी दस्त आना
गंभीर स्थिति में आंख और नाक से खून आना
शरीर में लाल निशान,चक्कते और खुजली होना
ऐसे करें बचाव
घर के अंदर और आसपास पानी इकट्ठा न होने दें।
नीम की पत्तियों का धुआं घर में फैलाएं।
पानी भरे बर्तनों को खुला न रखें।
किचनव बाथरूम को सुखाकर रखें।
खिड़की और दरवाजे पर जाली लगाएं।
शरीर पर मच्छर दूर करने वाली क्रीम लगाएं।
पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें।
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
घर के आस-पास मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव करें।

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