ये लाइन थी उस सुसाइड नोट की जिसे लिखा था रुआन लिंग्यू ने। 1930 के दशक में चीन की आइकॉनिक एक्ट्रेस रहीं रुआन लिंग्यू अपनी निजी जिंदगी के बारे में अखबारों में छप रहे गॉसिप्स से इतनी परेशान थीं उन्होंने जान देना बेहतर समझा। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने इसका जिक्र भी किया।
रुआन ने 24 साल की उम्र में खुदकुशी कर ली। इस छोटी उम्र में वो इतनी सफल एक्ट्रेस बन चुकी थीं कि इनके मौत की खबरें आने के बाद दर्जनों फैंस ने भी जान दे दी। फैंस का वो हुजूम हास्पिटल के बाहर लगा कि 8 दिन तक डेडबॉडी को वहीं रखना पड़ा। जब शवयात्रा निकली तो उसमें 3 लाख लोग थे। अमेरिका के अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने उस दिन इसके बारे में लिखा था – फ्यूनरल ऑफ दी सेंचुरी।
रुआन लिंग्यू की छोटी सी जिंदगी बड़े संघर्षों से गुजरी। बचपन में पिता गुजरे, मां दूसरे घरों में काम करके गुजारा करती थीं। जब शादी की तो पति जुआरी निकला। उसे भी छोड़ना पड़ा। किसी और से प्यार हुआ तो वो रिश्ता भी दर्दभरा ही रहा। बस कहीं सुकून था तो वो एक्टिंग में था। जिसमें वो माहिर थीं। लोग भी उसकी कलाकारी के दीवाने थे।
आज अनसुनी दास्तानें में बात चीन की सबसे आइकॉनिक एक्ट्रेस रुआन लिंग्यू की, जिसकी निजी जिंदगी पर छपी खबरें उसके लिए जानलेवा बन गईं।
पिता बचपन में गुजर गए, मां थी नौकरानी
रुआन लिंग्यू का जन्म 26 अप्रैल 1910 को शंघाई (चीन) में हुआ। इनके जन्म के कुछ समय बाद ही बड़ी बहन का निधन हो गया। ये वो समय था जब चीन के हालात बद से बद्तर थे। 250 सालों तक चीन में राज करने वाले किंग राजवंश का अंत हुआ था और सरकार बन रही थी। रुआन की मां एक हाउस वाइफ थीं और पिता पेट्रोलियम कंपनी में मामूली कर्मचारी। एक दिन कंपनी में काम करते हुए हादसे में रुआन के पिता का निधन हो गया, उस समय वो महज 6 साल की थीं।
घर और इकलौती बेटी की जिम्मेदारी रुआन की मां ने उठाई और घर-घर जाकर काम करने लगीं। रुआन का बचपन ज्यादातर घर में मां का इंतजार करते हुए या उन पर अमीरों के जुल्म देखते हुए गुजरा। मां ने जब रुआन को स्कूल भेजा तो हिदायत दी कि वो किसी को ये ना बताएं कि उनकी मां एक नौकरानी है। डर था कि रुआन का मजाक उड़ाया जाएगा, क्योंकि ये एक निचले तबके का पेशा था।
अखबार में इश्तिहार देखकर लिया 15 साल की रुआन ने हीरोइन बनने का फैसला
1895 में चीन में मोशन पिक्चर की शुरुआत हुई और 1905 से यहां फिल्में बनना शुरू हो गईं। साइलेंट फिल्मों का दौर चल रहा था। चीन की मिंगझिंग नई फिल्म कंपनी बनी थी, जिसे कलाकारों की जरूरत थी। 1926 में कंपनी ने एक हीरोइन की तलाश में अखबार में इश्तिहार दिया। तंगहाली से परेशान रुआन अखबार पढ़ते ही स्टूडियो पहुंच गईं और उन्हें चुन लिया गया।