होम्योपैथिक चिकित्सा मेले का विधायक ने किया उद्घाटन – स्टालों का अवलोकन कर चिकित्सकीय पद्धति के बारे में ली जानकारी
फतेहपुर। शहर के तांबेश्वर मंदिर प्रांगण में होम्योपैथिक चिकित्सा मेला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन एवं अध्यक्षता जहानाबाद विधायक राजेंद्र पटेल ने किया।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रयागराज डॉ सुमन रहेजा ने बताया कि होम्योपैथी एक सुरक्षित और सौम्य चिकित्सीय तरीका है जो कई प्रकार की बीमारियों का प्रभावी उपचार कर सकता है। यह गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सभी के लिए सुरक्षित है। यह उन व्यक्तियों द्वारा भी ली जा सकती है जिन्हें मधुमेह या लैक्टोज असहिष्णुता है। होम्योपैथी माहवारी अनियमत्ता, संक्रामक रोगों, रसौली ओवेरियन सिस्ट, गांठ, बांझपन, स्तन की गांठ, पीडियाट्रिक रोग, बच्चों के रोग, गुर्दे की खराबी, गुर्दे स्टोन्स, लीवर की बीमारियां रोग, जोड़ों के रोग, पेट के सभी रोग, स्किन, चर्म रोग सफेद दाग, बालों की समस्या, होम्योपैथी चर्म रोग के इलाज में सर्वाधिक लोकप्रिय एवं कारगर है। मस्से नाम जैसे ही आता है थूजा भी याद आती है। आजकल डेंगू बहुत फैला है यूपाटोरियम, कैरिका, टिनोस्पोरा, क्रोट होर 6 काफी कारगर है। सभी दवाएं हमारे चिकित्सालयों में मौजूद हैं। प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए यह सभी कारगर हैं। चिकित्सा का 200 साल पुराना विज्ञान होने के बावजूद, होम्योपैथिक चिकित्सा से किसी भी स्वास्थ्य संबंधी खतरे को साबित करने वाले अध्ययन सामने नहीं आया हैं। डॉ जय सिंह पटेल ने बताया कि होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग सर्जरी के बाद जल्दी ठीक होने के लिए पारंपरिक चिकित्सा के साथ या अकेले किया जा सकता है। होम्योपैथी चिंता और हल्के से गंभीर अवसाद डिप्रेशन के उपचार में उपयोगी है। जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ अमरीष चन्द्रा ने कहा कि जनमानस के लिए होम्योपैथी एक सुरक्षित और आसान उपाय तो है, लेकिन इसे किसी योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श के बाद ही लिया जाना चाहिए। डॉ जया निगम ने बताया कि होम्योपैथी चिकित्सा रोगी की शारीरिक शिकायतों, वर्तमान और पिछला चिकित्सा इतिहास, व्यक्तित्व और वरीयताओं सहित विस्तृत इतिहास को ध्यान में रखती है। कुशल एवं मेडिकल शिक्षा से दक्ष होम्योपैथिक चिकित्सक मिआस्म और पुरानी व जटिल बीमारियों के इलाज में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। यह क्रिया घर पर हम स्वयं नहीं कर सकते हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रयागराज मंडल डॉ सुमन रहेजा ने बताया कि आयुष मंत्रालय की इच्छानुसार सभी चिकित्सालय परिसर स्वच्छ है। सभी चिकित्सालयों में दवा पूरी है। चिकित्सा मेला डॉ जय सिंह पटेल, डॉ कमलेश बाबू सचान, डॉ शेख नूरुल हुदा, डॉ अशोक वर्मा, डॉ गणेश निगम, डॉ जया निगम, डॉ पुष्पेंद्र सिंह के संरक्षण में आयोजित हुआ। चिकित्सा मेले में डॉ गणेश निगम, डॉ अनुपम मालवीय, डॉ धीरेंद्र, डॉ शेख नूरुल, डॉ कौस्तुभ, डॉ पूजा, डॉ स्वाति, डॉ ऋचा, डॉ अंजलि, डॉ नीतू, डॉ संदीप, डॉ रवि ने मेले में आए रोगियों को उपचारित किया एवं फार्मासिस्ट ने सहयोग किया। मेले में करीब लगभग 889 मरीजों को उपचारित किया गया।