राजस्थान के बाड़मेर में एक व्यक्ति दांत में दर्द का इलाज कराने गया। उसे क्लिनिक में ही माइनर अटैक आया और मौत हो गई। दिलीप कुमार पिछले कई साल से सूरत में कपड़े का बिजनेस कर रहे थे। 4 नवंबर को वो एक सोशल प्रोग्राम अटैंड करने बाड़मेर आए थे। 5 नवंबर को उनके दांतों में तेज दर्द हुआ, तो वह बालोतरा एक डेंटल क्लिनिक पर इलाज के लिए पहुंचे। वेटिंग हॉल में अखबार पढ़ने लगे। 5 मिनट के अंदर वो जमीन पर गिर गए। दिलीप को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौजूदा मामला पढ़ लिया, वीडियो भी देख लिया। इसके बाद कई लोगों ने सोचा होगा कि क्या दांत में दर्द की वजह से अटैक आ सकता है?
सवाल- आमतौर से लोगों को लगता है कि कीड़े लगने की वजह से दांत में दर्द होता है, लेकिन क्या इसकी कोई और वजह भी हो सकती है?
जवाब- बिल्कुल, दांत में दर्द कीड़े के अलावा तब भी हो सकता है, जब इसकी जड़ के आसपास की नसों में किसी भी तरह की समस्या होने लगे। कुछ लोगों को दांतों में दर्द सिर, जबड़े या कान से होता हुआ महसूस होता है। वहीं कुछ लोगों का दर्द बढ़कर जबड़े तक जा सकता है, जो सूजन और फोड़े का कारण भी बन सकता है।
ऊपर लिखे ग्राफिक के पॉइंट्स को डिटेल में समझिए-
दांत की आउटर लेयर में कमजोरी- ज्यादा खट्टा खाने से, हार्ड तरीके से ब्रश करने पर या दांतों में कोई टूट-फूट होने से दांत कमजोर हो जाते हैं। इससे दांत की एक परत हट जाती है और अंदर वाला भाग दिखने लगता है, जो काफी सेंसिटिव होता है। यही दांत दर्द का कारण है।
मसूड़े या दांत के आसपास फोड़ा- मसूड़ों में या दांत के आसपास फोड़ा होने पर भी दांतों में दर्द हो सकता है।
दांत में इन्फेक्शन लगना- चॉकलेट ज्यादा खाने से दांतों में कीड़े लग जाते हैं। ध्यान न देने पर कीड़े इन्फेक्शन फैलाते हैं। आपको और भी कई दूसरी वजह से इन्फेक्शन लग सकता है। जिससे दांत में दर्द होता है।
अक्ल दाढ़ निकलना- पीछे के दांतों को अक्ल दाढ़ कहा जाता है। जिसके निकलते समय मसूड़ों में दबाव बढ़ जाता है और दांत दर्द होने लगता है।
ज्यादा ठंडा या गर्म खाना- बहुत ज्यादा गर्म या ठंडा खाने से दांत सेंसिटिव हो जाते हैं और दर्द होने लगता है।
मसूड़े में कोई बीमारी होना- मसूड़ों का लाल होना, मसूड़ों से खून निकलना और कई बार दांतों में दर्द होना, इन सभी को मसूड़ों के रोग में गिना जाता है। जबड़े की हड्डी और मसूड़ों में सूजन आना भी इसके सामान्य कारणों में आते हैं। अगर इनका इलाज ना किया जाए तो इफेक्टेड दांत, मसूड़ों और जबड़े की हड्डी को भी नुकसान पहुंच सकता है।
सवाल- मौजूदा मामले में जिस तरह से व्यक्ति को दांत में दर्द के बाद अचानक माइनर अटैक आ गया, इसकी वजह क्या हो सकती है?
डॉ. जुनैद शाह- इसकी पहली वजह तो दांतों का दर्द हो सकता है। दूसरी वजह ये भी हो सकती है कि वो व्यक्ति पहले से हाइपरटेंशन या कार्डियक का पेशेंट हो।
सवाल- बहुत से लोग दांत दर्द को आम समस्या समझकर केमिस्ट से दवा खरीदकर खा लेते हैं, हमें किस सिचुएशन में डॉक्टर को दिखाने की जरूरत होती है?
डॉ. जुनैद शाह- वैसे तो आपको तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए। अगर फिर भी आप केमिस्ट से दवा लेकर खाते हैं, तो 1-2 दिन के अंदर ही डॉक्टर को दिखा लें। नहीं तो ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
सवाल- हमें दांतों से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम न हो, इसके लिए क्या करना चाहिए?
डॉ. आलोक दीवान- आपको ये 6 टिप्स अपनाने चाहिए-
- दोनों टाइम यानी सुबह और शाम को ब्रश करें। फ्लॉसिंग भी कर सकते हैं।
- डाइट में ऐसी चीजें जरूर खाएं, जिसमें फाइबर और फ्रूट्स हो।
- चॉकलेट, चिप्स और कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों को इग्नोर करें।
- साल में एक बार डेंटिस्ट से अपने दांतों का चेकअप जरूर करवाएं।
- ज्यादा हार्ड या तेजी से ब्रश न करें, सही तरीका अपने डेंटिस्ट से सीखें।
- तंबाकू, सुपारी और गुटखे जैसी चीजें न खाएं, इससे दांतों पर इफेक्ट पड़ सकता है।
दांत से रिलेटेड कुछ आम सवालों के जवाब जान लें, जो लोग अक्सर जानना चाहते हैं या पूछते हैं-
सवाल- दाढ़ उखड़वा दिया, तो आंखों की रोशनी कमजोर हो जाएगी। जबड़ा कमजोर हो जाएगा और धीरे-धीरे सारे दांत खराब हो जाएगें। इसमें कितनी सच्चाई है?
डॉ. आलोक दीवान- इन सारी बातों का न ही कोई साइंटिफिक कारण है और न ही किसी रिसर्च में जिक्र। इसलिए एक बात जान लें कि नॉर्मल या अक्ल दाढ़ वाले दांत निकलवाने से किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। हालांकि डेंटिस्ट कोशिश करते हैं कि वो पेशेंट का दांत न निकालें, लेकिन जब सिचुएशन ज्यादा खराब हो जाती है। तभी दांत निकलवाने की सलाह दी जाती है।
डॉ. आलोक दीवान- हमारे पास ज्यादातर 2-3 तरह के पेशेंट्स आते हैं-
- पहले 20 साल से कम उम्र के- इन्हें कैविटीज की समस्या रहती है। इसकी वजह है खराब डाइट। आजकल के यंशस्टर्स ने फल और सलाद को अपने डाइट में शामिल करना ही छोड़ दिया हैं। वो ज्यादातर पैक्ड फूड ही खाते हैं। जिससे दांतों की समस्या तेजी से बढ़ती है। इसमें कीड़े लगते हैं और कैविटीज हो जाती है।
- दूसरे 20-50 की उम्र का बीच वाले लोग- इन लोगों को सबसे ज्यादा मसूड़ों या पायरिया की समस्या रहती है। ये प्रॉब्लम तभी होती है, जब आप अच्छे से या रेगुलर ब्रश नहीं करते हैं। साथ ही खराब डाइट लेते हैं, जैसा कि हमने ऊपर बताया है। इसके अलावा डेंटिस्ट से रेगुलर चेकअप भी नहीं करवाते हैं। बस खाना खाया और उसे दांतों के बीच भर लिया। फिर क्या बैक्टीरिया आपके दांतों के बीच जगह बना लेते हैं और हो जाती है पायरिया की समस्या।
- तीसरे तंबाकू और खैनी खाने वाले लोग- ये समस्या सेंट्रल इंडिया की है। जो लोग तंबाकू, गुटखा और खैनी जैसी चीजें खाते हैं, उनमें ओरल कैंसर को डिटेक्ट किया जा रहा है। ऐसी लोगों की संख्या भी अच्छी-खासी है।
सवाल- कई बार रोड साइड में कुछ दंत मंजन या पेस्ट बिकते हैं, जो दांतों की समस्या को हल करने का दावा करते हैं। क्या उन्हें लेना और इस्तेमाल करना ठीक है?
डॉ. आलोक दीवान- नहीं, इन्हें लेना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। ये दांतों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं, क्योंकि ये प्रोडक्ट्स साइंटिफिक अप्रूवल वाले नहीं होते हैं। इनके इस्तेमाल से आपके दांतों की चमक खत्म हो सकती है और भविष्य में सेंसिटिविटी की समस्या भी होने की संभावना रहती है।
चलते-चलते
ये 5 सिम्टम्स दिखें, तो डेंटिस्ट के पास जाने में देर न करें
- दांत में दर्द अगर दो दिन से ज्यादा तक हो रहा है।
- मुंह खोलने में दर्द महसूस हो रहा है।
- दांत में दर्द की वजह से कान में भी दर्द होने लगे।
- आपको दांत के दर्द की वजह से बुखार हो जाए।
- दांत दर्द सहन करना मुश्किल हो रहा है।
ऐसा क्यों होता है कि रात के समय दांतों का दर्द ज्यादा बढ़ जाता है?
इंसान जब आराम करने के लिए बिस्तर पर लेटता है, तब सिर पर खून का बहाव ज्यादा हो जाता है। शरीर के ऊपरी भाग में खून का बहाव होने से जबड़े के हिस्से में दबाव और ज्यादा दर्द होता है।
इसका दूसरा कारण ब्रेन से जुड़ा हुआ है। इस समय हमारे पास अपना ध्यान दर्द से हटाने के लिए ज्यादा काम नहीं होता। सारा ध्यान दर्द पर फोकस हो जाता है। इसकी वजह से दर्द ज्यादा महसूस होता है। ऐसा सिर्फ दांत के दर्द में नहीं बल्कि किसी भी तरह के दर्द में महसूस होता है।