सात घंटे से कम और दस घंटे से अधिक सोने वाली महिलाएं हो सकती हैं दिल की मरीज

नई दिल्‍ली। बातचीत के दौरान अक्सर आपने बहुत सी महिलाओं को यह कहते सुना होगा कि क्या करूं मेरी नींद पूरी नहीं हो पाती है। इस कारण मेरी सेहत सही नहीं रहती है। अगर आप भी ऐसा ही सोचती हैं तो आपकी सोच गलत है। हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चला है कि यदि आप रोजाना कुल मिलाकर दस घंटे से अधिक सोती हैं तो न केवल आपका मेटाबालिज्म प्रभावित होता है, बल्कि हृदय संबंधी समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है। प्रतिदिन सात घंटे से कम सोने से भी हृदय रोग का खतरा हो सकता है। खासकर रात में रक्तचाप के बढ़ने की परेशानी से ग्रस्त लोगों के लिए यह खतरा और भी ज्यादा होता है। हाल ही में दक्षिणी कोरिया में हुए एक अध्ययन के अनुसार जो लोग रोजाना दस घंटे से अधिक सोते हैं न केवल उनकी कमर का माप बढ़ता है, बल्कि उनके शरीर में ट्राईग्लिसराइड का लेवल भी बढ़ जाता है। गौरतलब है कि ट्राईग्लिसराइड का लेवल बढ़ने से हृदय में खून पहुंचाने वाली धमनियों में रुकावट पैदा हो सकती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही हृदय संबंधी अन्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिक सोने वाले लोगों में हाईपरटेंशन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यही नहीं अधिक सोने से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल भी बिगड़ जाता है। इससे डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है।

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