कानपुर के बर्रा के दामोदरनगर निवासी सिंचाई विभाग में तैनात सींचपाल ने खुद के अपहरण की कहानी रच अपने पिता से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। इस दौरान वह घर नहीं पहुंचा और घंटाघर के एक होटल में ही रुका रहा। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मंगलवार शाम करीब छह बजे रिपोर्ट दर्ज कर सर्विलांस की मदद से उसे रात करीब 12 बजे होटल से पकड़ लिया। उसने बताया कि खुद के शौक पूरे करने लिए यह कदम उठाया था।
खुद के अपहरण की साजिश रच पिता से 30 लाख की फिरौती मांगने वाले सींचपाल सोमेंद्रनाथ तिवारी को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने क्राइम सीरियल देखकर साजिश रची थी। पिता से मोटी रकम वसूलकर वह अय्याशी करना चाहता था। उसकी एक महिला मित्र भी है, जिस पर वह पैसा खर्च करना चाहता था।
बर्रा दामोदरनगर निवासी सोमेंद्रनाथ सिंचाई विभाग में सींचपाल है। मंगलवार को खुद के अपहरण की साजिश रची। परिजनों को व्हाट्सएप पर 30 लाख रुपये की फिरौती का मैसेज भेजा।
परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी। देर रात पुलिस ने सोमेंद्र को घंटाघर के होटल से पकड़ लिया। डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि सोमेंद्र महिला मित्र पर खूब रकम खर्च करता है। खुद भी अय्याशी करता है। इसलिए यह साजिश रची। यह बात खुद उसने कबूल की है।
खुद का वीडियो भेजा, 300 टुकड़े करने की दी धमकी
परिजनों ने जब व्हाट्सएप पर मैसेज कर पूछा था कि कैसे यकीन कर लें कि सोमेंद्र तुम्हारे पास है और सुरक्षित है। तब खुद ही उसने अपना एक वीडियो बनाकर भेजा।
यह भी लिखा था कि अगर पैसे नहीं दिए तो इसके 300 टुकड़े कर देंगे। पुलिस ने उससे पूछा कि टुकड़े करने की बात कहां से जहन में आई तो उसने कहा कि खबर पढ़ी थी कि दिल्ली में एक शख्स ने अपनी महिला मित्र के 35 टुकड़े कर दिए हैं।
दस लाख में तय हुई थी डील
सिंचाई विभाग के कर्मचारी ने खुद अपने अपहरण की कहानी रचने के बाद पिता से 30 लाख की फिरौती मांगी थी। मना करने पर रकम कम करने लगा। आखिर में वह दस लाख रुपये में तैयार हो गया था। पुलिस ने उस पर धोखाधड़ी, खुद की मौत का भय दिखाकर वसूली करने समेत अन्य धाराएं उस पर लगाई हैं।