पीटने के 5 दिन बाद श्रद्धा को अस्पताल लाया आफताब, डॉक्टर बोले- चल भी नहीं पा रही थी, पत्नी बताकर एडमिट कराया

 

श्रद्धा वालकर मर्डर में आफताब अब भी पुलिस को गुमराह कर रहा है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को माना कि फिलहाल मामले में तफ्तीश जारी है और ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं। हालांकि, ऐसे सबूत और गवाह सामने आ रहे हैं, जो आफताब की बर्बरता की कहानी को साबित कर रहे हैं। ये सबूत कोर्ट में टिक पाएंगे, ये फिलहाल सबसे बड़ा सवाल है।

मुंबई के ओजोन अस्पताल के डॉ. शिवप्रसाद शिंदे ने मीडिया को बताया है कि 3 दिसंबर 2020 में श्रद्धा उनके पास इलाज कराने आई थी। उसके शरीर पर जो चोटें थीं, वो फिजिकल वॉयलेंस के चलते ही आती हैं, लेकिन उसने कुछ भी खुलकर नहीं बताया।

दैनिक भास्कर के पास श्रद्धा की सभी मेडिकल रिपोर्ट्स हैं, जिनसे साबित होता है कि उसकी गर्दन और पीठ में गंभीर चोटें थीं।

डॉक्टर का खुलासा- आफताब ने श्रद्धा को पत्नी बताया था
अस्पताल के बिल और मेडिकल रिपोर्ट्स देखे हैं, जिनसे पता चलता है कि श्रद्धा को मारपीट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चार दिन तक उनका इलाज चला था। श्रद्धा गर्दन और कमर में तेज दर्द, पैरों में कंपकंपी और जी मिचलाने की दिक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती हुई थी।

डॉ. शिवप्रसाद शिंदे के मुताबिक आफताब जब श्रद्धा को अस्पताल लेकर आया, तो उसने उसे अपनी पत्नी बताया था। श्रद्धा की गर्दन और पीठ में दर्द था और वह ठीक से चल नहीं पा रही थी। तीन दिन तक वह फीजियोथेरैपी भी लेती रही। तीन दिन बाद हमने श्रद्धा को डिस्चार्ज कर दिया था। उनका इलाज चलते रहना था, लेकिन न उन्होंने फोन उठाया और न ही कभी लौट कर आईं।

डॉक्टर के मुताबिक, श्रद्धा चोट की वजह बताने से कतरा रही थीं। शुक्रवार को ही श्रद्धा की उसके दोस्त के साथ नवंबर 2020 में हुई एक कथित चैट सामने आई है, जिसमें वो पिटाई का जिक्र कर रही है। फिलहाल पुलिस इन चैट्स की प्रामाणिकता की जांच कर रही है।

श्रद्धा ने ऑफिस में भी बताया, पुलिस के पास जाने वाली थी
श्रद्धा मुंबई में जिस कॉल सेंटर में काम करती थीं, उसके एक मैनेजर भी सामने आए हैं। उन्होंने नवंबर 2020 में श्रद्धा से हुई चैट के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं। श्रद्धा ने 24 नवंबर 2020 को हुई इस बातचीत में मैनेजर को बताया है कि वह ‘कल हुई पिटाई की वजह से दफ्तर नहीं आ सकेगी।’

श्रद्धा मैसेज में कह रही है- ‘मुझे लगता है मेरा ब्लड प्रेशर कम है और शरीर दर्द कर रहा है। मेरे अंदर बिस्तर से उठने की ताकत नहीं है।’ श्रद्धा ने अपने साथ हुई मारपीट की तस्वीर भी मैनेजर को भेजी थी।

मीडिया से बात करते हुए श्रद्धा के मैनेजर करण ने कहा है, ‘श्रद्धा मेरी टीम के साथ 2020 में जुड़ी थी। वो बहुत ऊर्जावान लड़की थी। जब भी वो हिंसा या तनाव से गुजरती थी, तो ऑफिस नहीं आती थी। कभी उसने ये नहीं बताया था कि वो पिटाई की वजह से नहीं आ रही है, बल्कि कोई और कारण देती थी। नवंबर 2020 में उसने अपने सूजे हुए चेहरे की तस्वीर भेजी थी, तब मुझे पता चला कि वो घरेलू हिंसा से गुजर रही है।’

पुलिस सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा ने अपने साथ हुई हिंसा की शिकायत पुलिस से भी की थी, लेकिन आफताब ने उसे समझाया था कि वो बदल जाएगा। आफताब के परिवार ने भी श्रद्धा को भरोसा दिया था। श्रद्धा और आफताब का कई बार ब्रेकअप हुआ था और दोनों अपनी जिंदगी में अलग-अलग आगे बढ़ना चाहते थे, लेकिन फिर साथ आ गए थे।

पुलिस को गुमराह कर रहा है आफताब, CCTV फुटेज से आस
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा है कि इस समय कोई ऐसी एक थ्योरी देना जल्दबाजी होगी, जो कोर्ट के सामने साबित न की जा सके। फिलहाल सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। इसमें सब कुछ देखा जा रहा है और जांच किसी भी नतीजे पर पहुंच सकती है।

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस को आफताब का एक CCTV फुटेज भी मिला है। इसमें आफताब के हाथ में एक बैग दिखाई दे रहा है। पुलिस महरौली के जंगलों को छान रही है, ताकि श्रद्धा से जुड़ा कोई भी अवशेष जुटाया जा सके। पुलिस ने ये भी कहा है कि आफताब ने कई बार गुमराह करने की कोशिश की है।

कई टीमों को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश भी भेजा है, जो होटलों और उन जगहों पर छानबीन कर रही हैं जहां श्रद्धा या आफताब गए थे।

गुरुग्राम से भी एक पॉलिथीन में मिले शव के टुकड़े
शुक्रवार को ही दिल्ली पुलिस ने गुरुग्राम के जंगलों से कुछ सुबूत इकट्ठा किए हैं। पुलिस को एक पॉलीथीन मिली है, जिसमें शव के टुकड़े हैं। ये श्रद्धा के हो सकते हैं। इससे पहले दिल्ली के पांडव नगर और त्रिलोकपुरी में भी मिले ऐसे ही शवों के टुकड़ों की जांच की जा रही है।

इस मामले में पुलिस हर ठोस, डिजिटल, फोरेंसिक और बॉयोलॉजिकल सबूत जुटा लेना चाहती है, जिससे कातिल को अदालत में सजा दिलाई जा सके। आफताब ने इस शातिराना तरीके से साजिश रची है कि उसके परतें खोलना और घटनाक्रम की कड़ी से कड़ी जोड़ना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है।

आफताब के नार्को टेस्ट से उम्मीद
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि अब तक छतरपुर में किराये पर लिए घर, महरौली की कई जगहों की SFL रोहिणी की टीम ने जांच की है। महरौली जंगल और आसपास के सर्च ऑपरेशन में कुछ हड्डियां मिली हैं, जिसका DNA टेस्ट किया जा रहा है। पुलिस ने अदालत से उसके नार्को एनालिसिस टेस्ट की मंजूरी ले ली है। पुलिस के मुताबिक ये टेस्ट जल्द किया जाएगा।

फिलहाल दिल्ली पुलिस ने आफताब के घर में मिले, सभी कपड़ों को अपने कब्जे में ले लिया है। चौंकाने वाली बात ये है कि इनमें श्रद्धा के कपड़े न के बराबर हैं। पुलिस को श्रद्धा के भी कुछ कपड़े मिले हैं। पुलिस को अब तक वे कपड़े बरामद नहीं हुए, जो आफताब ने हत्या वाले दिन पहने थे। पुलिस अभी भी महरौली वाले फ्लैट की बारीकी से छानबीन कर रही है।

श्रद्धा का एक और ऑनलाइन फ्रेंड सामने आया
उधर श्रद्धा का एक इंस्टाग्राम दोस्त भी सामने आया है, जिसने बताया है कि श्रद्धा ने 18 मई की शाम उसे इंस्टाग्राम पर मैसेज किया था। इस मैसेज में श्रद्धा ने अपने दोस्त से कहा था कि मेरे पास एक खबर है, मैं बहुत बिजी हो गई थी।

इसके बाद श्रद्धा ने दोस्त के मैसेज का जवाब नहीं दिया था। फिर कई महीनों तक श्रद्धा का जवाब नहीं आया तो उसके दोस्त ने पूछा था कि तुम कहां हो, क्या तुम सुरक्षित हो?

हालांकि कभी इसका रिप्लाई नहीं आया। पुलिस ने इस शख्स को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।

आफताब अभी कस्टडी में है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि अब तक पुलिस को न मर्डर वेपन मिला, न ही श्रद्धा की लाश का सिर। आफताब अपने कबूलनामे से पलट गया तो क्या होगा? पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक केस से जुड़े 11 अहम सबूत और गवाह मिले हैं। UP के पूर्व DGP विक्रम सिंह कहते हैं कि आफताब को लगता है कि बॉडी को टुकड़ों में काटकर गायब करने और मर्डर वेपन छिपाने से वह बच जाएगा, तो वह गलतफहमी में है।

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