प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को खतरा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई पुलिस को एक वॉट्सऐप मैसेज मिला है, जिसमें कहा गया है कि भगोड़े आतंकी दाऊद इब्राहिम ने PM को मारने की साजिश रची है। इस मैसेज के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।
जानकारी के मुताबिक मुंबई ट्रैफिक पुलिस के हेल्पलाइन नंबर पर यह ऑडियो मैसेज सोमवार रात को आया था। ऑडियो मैसेज में कहा गया है कि दाऊद इब्राहिम ने मुश्ताक अहमद और मुश्ताक नाम के दो आतंकियों को प्रधानमंत्री मोदी को मारने की सुपारी दी है। इस मामले में वर्ली थाने में FIR दर्ज कराई गई है। पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मैसेज भेजने वाले युवक की पहचान कर ली है। वह केरल की एक ज्वैलरी शॉप में काम करता था, अब वह बंगाल में रह रहा है।
PM को अगस्त में भी मिली जान से मारने की धमकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसी साल अगस्त में भी जान से मारने की धमकी मिली थी। उस समय एक ई-मेल भेजकर कहा गया था कि आतंकियों के स्लीपर सेल में शामिल 20 लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने के लिए तैयार हैं। ई-मेल में कहा गया था कि इस स्लीपर सेल के पास 20 किलो RDX है। ई-मेल भेजने वाले ने यह दावा भी किया था कि उसके आतंकवादियों से संबंध हैं। ई-मेल में कहा गया कि इस साजिश के खुलासे से बचने के लिए वह सुसाइड कर रहा है।
चार साल पहले राजीव गांधी की तरह हत्या की धमकी
जून 2018 में पुणे कोर्ट में पुलिस ने एक चिट्ठी पेश करते हुए दावा किया था कि माओवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजीव गांधी की तरह हत्या करने की साजिश रच रहे थे। पुणे की विशेष अदालत में सरकारी वकील ने यह जानकारी दी थी। तब पुलिस ने दावा किया था कि भीमा-कोरेगांव में जनवरी 2018 में हुई हिंसा के सिलसिले में पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद ये जानकारी सामने आई।
दिल्ली में मुनिरका के एक फ्लैट से बरामद हुई थी चिट्ठी
उस समय एक पत्र मिलने का भी दावा किया गया था, जो इस केस के एक आरोपी रोना जैकब विल्सन के दिल्ली में मुनिरका स्थित फ्लैट से बरामद किया गया था। पुलिस के मुताबिक किसी ‘कामरेड प्रकाश’ को सम्बोधित इस पत्र में बिहार और पश्चिम बंगाल की हार के बावजूद भाजपा की 15 से अधिक राज्यों में जीत पर चिंता जताई गई थी।
पत्र में कहा गया था, “यदि यही गति रही तो भाजपा हर तरफ से हमारी पार्टी की परेशानी का सबब बनेगी। मोदी राज का अंत करने कामरेड किशन और कुछ अन्य वरिष्ठ कामरेड्स ने कड़े कदम अर्थात ‘कॉन्क्रीट स्टैप्स’ सुझाए। हम राजीव गांधी की हत्या जैसी एक और घटना के बारे में सोच रहे हैं।”