3 भाइयों को गोलियों से भूनकर लिया थप्पड़ का बदला

 

भरतपुर में तीन भाइयों को गोली मारकर हत्या करने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। थप्पड़ का बदला लेने के लिए दोस्त ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले में आरोपी के पिता-पत्नी सहित तीन लोगों को डिटेन किया है। मामला कुम्हेर के सिकरौरा गांव का शनिवार रात 1 बजे का है।

SP श्याम सिंह ने बताया कि फायरिंग में तीन भाइयों समंदर (58), गजेंद्र (52) और ईश्वर (54) की मौत हो गई। जबकि गजेंद्र की पत्नी माया (48), गजेंद्र का बेटा टेनपाल (29) और टेनपाल की पत्नी रवीना (28) बुरी तरह जख्मी हो गए। गजेंद्र आरएसी अलवर में कॉन्स्टेबल था। वहीं, ईश्वर और समंदर गांव में ही खेती करते थे।

हत्या इंद्रमोहन उर्फ लाखन ने अपने साथियों के साथ मिलकर की। हत्याकांड के बाद से ही लाखन अपने साथियाें के साथ फरार हो गया। लाखन की पत्नी संतोष, पिता हरि सिंह और भतीजे को हिरासत में लिया गया है।

अब जानिए कैसे दोस्ती दुश्मनी में बदली और परिवार को गोलियों से भूना…

लाखन और टेनपाल सिंह गहरे दोस्त
सिकरौरा गांव की तंग गली में आमने-सामने दो मकान है। एक 31 साल के इंद्रमोहन उर्फ लाखन का तो दूसरा 29 साल के टेनपाल सिंह का। दोनों पड़ोसी थे। दोनों गहरे दोस्त थे। लाखन बदमाश किस्म का था।

टेनपाल के कॉन्स्टेबल पिता गजेंद्र सिंह, ताऊ समंदर सिंह और ईश्वर सिंह उसे लाखन सिंह से दूर रहने की हिदायत दिया करते थे। टेनपाल को लाखन की दोस्ती पसंद थी। लाखन से दोस्ती निभाने के चक्कर में उसने अपने चाचा-ताऊ से बोलना भी बंद कर दिया था। वह लाखन के साथ घूमता, शराब पीता था।

मजाक में थप्पड़, फिर रंजिश
24 नवंबर को टेनपाल, लाखन और उनके कई साथी बैठकर शराब पी रहे थे। मजाक में लाखन ने टेनपाल को गाली देते हुए थप्पड़ मार दिया। टेनपाल शराब के नशे में था। पलटकर उसने भी उसी अंदाज में थप्पड़ लगा दिया। लाखन को इसकी उम्मीद नहीं थी। वह आपा खो बैठा और मारपीट पर उतारू हो गया। बाकी साथियों ने दोनों को अलग किया। दूसरे दिन सिकरौरा गांव के पूर्व सरपंच जयदेव ने दोनों को पास बैठाकर समझाइश कर राजीनाम और समझौता कर दिया।

टेनपाल मान गया, लेकिन लाखन ने रंजिश पाल ली थी। टेनपाल के चचेरे भाई राम निवास (27) ने रिपोर्ट में लिखा है कि लाखन ने उसी दिन 4-5 बदमाशों को बाहर से बुलवाया और पूर्व सरपंच जयदेव के घर रुकवा दिया। लाखन इन्हें खास मकसद से लाया था। वह टेनपाल से थप्पड़ का बदला लेना चाहता था।

हत्याकांड से पहले पथराव
हत्याकांड के चश्मदीद और ईश्वर सिंह के बेटे राम निवास ने रिपोर्ट में लिखा है- लाखन और उसके पिता हरि सिंह ने मामूली विवाद में ही पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। लाखन के बुलाए बदमाश गांव के पूर्व सरपंच जयदेव के घर रह रहे थे। जयदेव ने ही उनके रहने-खाने का बंदोबस्त किया था। फिर शनिवार की देर रात 1 बजे लाखन, हरि सिंह, लाखन की मां महेंद्री, भाई संजीव व उसकी पत्नी सुनीता, बेटी निक्की और दिया ने टेनपाल के घर पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया।

टेनपाल के पिता गजेंद्र की नींद खुली और ऊपर चढ़कर देखा तो लाखन व उसके साथ आए बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गजेंद्र को कई गोलियां लगीं। आरोपी लाखन का पिता हरि सिंह छत से बेटे को बोला कि पथैना हत्याकांड की तरह सारे परिवार को खत्म कर दो। किसी को भी जिंदा मत छोड़ना।

जो सामने आया उसे गोली मार दी
राम निवास ने बताया कि चाचा गजेंद्र के ढेर होने के बाद मौसी माया बाहर निकली तो उस पर भी गोली चला दी। शोर-शराबा सुनकर मेरे पिता ईश्वर, ताऊ समंदर, चाचा गजेंद्र का बेटा टेनपाल और उसकी पत्नी रवीता बचाने के लिए बाहर आए तो उन पर भी ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। मेरे पिता ईश्वर और चाचा गजेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। ताऊ समंदर ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया।

घायल भाई टेनपाल, उसकी पत्नी रवीता और मां माया को गंभीर हालत में भरतपुर अस्पताल लेकर गए, जहां से जयपुर रेफर कर दिया गया। घर की छत और सीढ़ियां खून से लाल हो गए। दीवारों पर गोलियों के निशान बन गए। लाखन, हरि सिंह और 4-5 अज्ञात बदमाशों ने पूरा परिवार खत्म कर दिया।

क्रॉस केस के लिए पत्नी के हाथ पर गोली मारी
राम निवास ने रिपोर्ट में लिखा कि – वारदात को अंजाम देने के बाद लाखन अपने घर में गया। उसने अपनी पत्नी संतोष के हाथ में गोली मारी, ताकि क्रॉस फायरिंग का झांसा दे सके। इसके बाद उसने पत्नी को कहा कि अब हॉस्पिटल चली जा। इसके बाद लाखन अपने साथियों के साथ फरार हो गया। आरोपियों को पड़ोसी छिद्दी, रामनिवास, भंवर सिंह और रमला ने टोका तो गाली गलौज कर फायरिंग करते हुए आरोपी फरार हो गए।

एसपी श्याम सिंह ने कहा कि सिकरौरा हत्याकांड मामले में 3 लोगों को डिटेन कर पूछताछ की जा रही है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 10 टीमें दबिश दे रही हैं।

कुम्हेर थाना इलाके के सिकरौरा गांव में हत्याकांड के बाद दहशत है। तीन भाइयों की हत्या के बाद माहौल गमगीन है। टेनपाल की हालत गंभीर है। वह, उसकी मां माया और पत्नी रवीता को जयपुर रेफर किया गया है। लाखन की पत्नी संतोष, पिता हरि सिंह और भतीजे को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

13 अक्टूबर को भरतपुर के पथैना गांव में लाठी-सरिया से हमला कर पिता और दो भाइयों की हत्या कर दी थी। हत्या के पीछे लड़की से छेड़छाड़ का विवाद सामने आया था। दरअसल, धर्मेंद्र (21) खेड़ली गंज बाजार में खरीदारी करने गया था। बाजार में हेमू (28) और पुलिसकर्मी किशन (24) भी गए थे। दोनों की नजर धर्मेंद्र पर पड़ी तो उन्होंने उसे रोककर मारपीट कर दी। धर्मेंद्र घर पहुंचा और पिता मोहन सिंह, अपने छोटे भाई को मारपीट की बात बताई।

धर्मेंद्र की बात सुनकर मोहन सिंह घर से निकल गया। पिता के पीछे से धर्मेंद्र और उसका 17 साल का भाई लाठी-सरिया लेकर निकले। दोनों को पथैना के बाजार में हेमू और किशन का पिता विजेंद्र सिंह (50) मिल गया। दोनों ने कुछ भी सोचे बिना विजेंद्र पर हमला कर दिया। पीछे-पीछे आ रहे हेमू और किशन पिता को बचाने गए तो दोनों ने उनसे भी मारपीट की। दोनों भाइयों ने पिता और बेटों को इतना मारा कि मौके पर ही मौत हो गई।

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