अनुबंधित कंपनी पर मीडर रीडरों ने गबन का लगाया आरोप – सीएम को ज्ञापन भेजकर दोषियों पर कार्रवाई किये जाने की उठाई मांग
फतेहपुर। विद्युत विभाग समेत अनुबंधित कंपनी के ऊपर मीटर रीडरों ने भविष्य निधि धनराशि व वेतन का गबन किये जाने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर दोषियों के ऊपर कार्रवाई किये जाने की मांग उठाई है।
उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार उत्तम की अगुवाई में मीटर रीडर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर बताया कि मेसर्स स्टलिंग टेक्नालाजी एंड सर्विसेस 03 जी. एसवाईएम प्लाजा पदमावती पुरम त्रिचनूर रोड तिरूपति आंध्र प्रदेश द्वारा विद्युत मीटर रीडर कर्मचारियों को दो माह के वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। दो माह के बकाये वेतन का भुगतान तत्काल कराया जाये, कंपनी ने अनुबंध के खिलाफ वेतन का भुगतान खाते में नहीं किया जाता है खाते की जगह वायलेट में भुगतान किया जाता है जबकि अनुबंध में स्पष्ट है कि वायलेट रिचार्ज की जिम्मेदारी कम्पनी की है लेकिन कम्पनी द्वारा बार-बार नियमों के विपरीत पुनरावृत्ति करके मीटर रीडर कर्मचारियों को आर्थिक समस्या में धकेलने का कार्य किया जा रहा है। इस पर विराम लगाकर कर्मचारियों के वेतन का भुगतान खाते में प्रत्येक माह की सात तारीख को कराया जाये, कंपनी द्वारा कई मीटर रीडर कर्मचारियों के बकाये माह के वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है इसलिए इन कर्मचारियों को चिन्हित कराकर बकाये वेतन का भुगतान तत्काल प्रभाव से कराया जाये, कंपनी द्वारा कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन से कम भुगतान किया जा रहा है। जिसकी जांच कराकर अनुबंध व श्रम अधिनियम के अनुरूप न्यूनतम वेतन भुगतान कराया जाये, जनपद में विद्युत वितरण खंड प्रथम में छह जून को विभागीय अधिकारियों द्वारा ईष्या द्वेष पूर्ण भावना के तहत व बिना तथ्यों के आधार पर अखिलेश कुमार, निगम यादव, राजेश यादव मीटर रीडर कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी जो कि निराधार है। जिसकी जांच मंडल स्तरीय कमेटी गठित कर मुख्य अभियंता वितरण की देखरेख में कराई जाये ताकि पीड़ित कर्मचारियों को न्याय मिल सके। इसके अलावा अन्य मांगे भी शामिल रहीं। इस मौके पर तमाम मीटर रीडर मौजूद रहे।