अमेठी में बीती देर रात को पारिवारिक कलह के चलते बड़ी बहन ने कुएं में छलांग लगा दी। उसे बचाने के चक्कर में दो छोटी बहनें भी कुएं में कूद गईं, जिससे बड़ी बहन और उसके पीछे कूदी बहन की डूबकर मौत हो गई। जबकि सबसे छोटी बहन झाड़ियों में फंसने से बच गई।
घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने तत्काल मोहनगंज पुलिस को दी। एसपी इलामारन जी ने भी घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने दो शवों को कुएं से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, तीसरी बहन की हालत ठीक है। मामला मोहनगंज थाना क्षेत्र के फूला गांव का है।
गांव के सुदर्शन मौर्य की बड़ी बेटी शिव कुमारी विवाहित थी, जिसकी शादी रायबरेली जिले के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के गुमावा गांव में हुई थी, जबकि दूसरी बेटी शिवकांति की उम्र 12 साल थी। दोनों ने घर से करीब 500 मीटर दूर स्थित कुएं में कूदकर जान दी है।
मामूली बात बनी कलह और सुसाइड का कारण
फूला गांव के रहने वाले शिवदर्शन मौर्य की 6 बेटियां और दो बेटे थे। शिवदर्शन का बेटा संदीप दिल्ली में रहता है, जबकि दूसरे बेटे मंशाराम की दिमागी हालात ठीक नहीं है।मंशाराम कुछ दिनों से लापता है जिसे लेकर संदीप अपनी विवाहित बहन शिवकुमारी से फोन पर बात कर रहा था।
बेटी से बोला पिता- बाप बेटे को लड़ाना चाहती हो
परिजनों के मुताबिक, शिवकुमारी ने अपने भाई को फोन पर बताया कि मंशाराम पिता की डांट के कारण कहीं चला गया है। पिता को समझाओ। यह बात पिता शिवदर्शन ने सुन ली और अपनी बेटी को फटकार लगाई कि तुम पिता और पुत्र के बीच लड़ाई कराना चाहती हो। इसके बाद शिवदर्शन ने घर छोड़ने की बात कहते हुए अपना सामान अपने बैग में पैक किया और जाने लगा तो शिवकुमारी ने काफी मान मनौव्वल की। पिता को घर छोड़कर जाने से मना किया और सुबह खुद ससुराल चले जाने की बात कही। लेकिन शिवदर्शन ने मना कर दिया और बैग लेकर घर से निकल गए।
पिता नहीं माना तो कूद गई विवाहित बेटी
पिता के घर से जाने से परेशान होकर शिवकुमारी गुस्से में घर से बाहर 300 मीटर दूर जंगल में स्थित कुएं की ओर भागी। अनहोनी का अंदेशा जताकर उसको बचाने उसकी छोटी बहनें चन्द्रकांती और शिवकान्ती भी पीछे दौड़ीं। शिवकुमारी कुएं में कूद गयी, जिसे बचाने के प्रयास में चन्द्रकांती भी कुएं में कूदी लेकिन जो झाड़ में फंसकर अटक गई। इसके बाद दोनों को बचाने में चंद्रकांति ने भी छलांग लगा दी और डूब गई।
गांव वालों ने सभी को निकला, दो बहनों ने तोड़ा दम
गांव वालों के प्रयास से शिवकुमारी व चन्द्रकांती को कुएं से निकालकर सीएचसी तिलोई भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। जबकि घायल शिवकांती को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर है। घटना की सूचना मिलते ही शिवदर्शन लौट आया और कुएं के पास बैठकर रोने बिलखने लगा।
देर रात को मौके पर पहुंचे SP
दो सगी बहनों की मौत की सूचना मिलते ही प्रसाशनिक अमले में भी हड़कंप मच गया और देर रात एसपी इलामारन जी ने भी घटनास्थल पहुंचकर निरीक्षण किया और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली। घायल चंद्रकांति से अस्पताल जाकर पूरे मामले की जानकारी ली। फिलहाल पुलिस ने दोनों बहनों के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।