नई दिल्ली। दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा स्थित शाहबेरी गांव में खेत की जमीन पर काटी गई कॉलोनी में मंगलवार रात दर्दनाक हादसा हुआ। यहां 6 और 7 मंजिल की दो बिल्डिंग भर भराकर गिर गईं।बिल्डिंग के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। एनडीआरएफ के साथ आईटीबीपी के जवान बचाव कार्य में लगे हैं साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड भी लोगों की मदद से राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने जिलाधिकारी से बात कर कहा है कि एनडीआरएफ और पुलिस की मदद से तुरंत राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया जाए। बताया जा रहा है एक बिल्डिंग में कुछ परिवार रहते थे और दूसरी में कुछ अन्य समेत लगभग 30-40 लोग मौजूद थे।
इस बीच एनडीआरएफ की टीम ने 3 शवों को मलबे से निकाल लिया है।रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। एनडीआरएफ की 4 टीम के साथ डॉग स्क्वॉड की टीम भी मौके पर बचाव कार्य में जुट गई है। बिसरख कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जमीन मालिक और दो ब्रोकर को हिरासत में लिया है और बिल्डर की तलाश जारी है।
लोग हादसे की वजह मानकों से कम निर्माण सामग्री और कम मंजिल की अनुमति के बाद अधिक मंजिलें खड़ी करना बता रहे हैं। बिसरख कोतवाली क्षेत्र के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शाहबेरी गांव के खेत में कुछ वर्ष पूर्व कॉलोनी काटी गई। बताया गया है कि इसी भूमि पर बिल्डरों ने कई मंजिलों भवनों का निर्माण शुरू कर दिया।