पुलिस की पिटाई से हुई थी युवा व्यापारी की मौत, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर्स 26 चोट तक गिन सके; पिटाई से पूरा शरीर नीला पड़ गया

 

कानपुर देहात में लूट के शक में उठाए गए युवा व्यापारी की मौत पुलिस की पिटाई से हुई थी। शरीर पर 25 से ज्यादा गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। दोनों हाथ की कलाइयों पर रस्सी बांधने के निशान, पुलिस ने पैर के तलवों से लेकर घुटनों तक, कमर के नीचे और पीठ पर इतनी लाठियां मारी की खाल उधड़ गई।

व्यापारी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। शव की हालत देखकर पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों की भी रूह कांप उठी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने परिजनों के पुलिस कस्टडी में मौत के आरोपों की पुष्टि कर दी है। इस मामले में 9 पुलिस वाले सस्पेंड हो चुके हैं।

कानपुर देहात के शिवली थाने में पुलिस की पिटाई से मृतक बलवंत सिंह (27) के शव का पोस्टमॉर्टम परिजनों की मांग पर कानपुर देहात की जगह कानपुर नगर में मंगलवार रात को कराया गया। वीडियोग्राफी के साथ 3 डॉक्टर्स के पैनल ने शव का पोस्टमॉर्टम किया। शव को देखकर पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर भी सोच में पड़ गए।

शरीर पर इतने चोट के निशान थे कि गिनना मुश्किल हो गया। शरीर पर बस 26 गंभीर चोटों को ही गिना गया। पिटाई से पूरा शरीर नीला पड़ गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस बलवंत की दोनों कलाइयों में रस्सी से बांधकर पूछताछ कर रही थी। उसकी दोनों कलाइयों में रस्सी से बांधने से गंभीर घाव के निशान मिले हैं।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने चेहरा छोड़कर बलवंत के तलवों से लेकर घुटनों तक बेरहमी से पिटाई की। घुटनों पर इतना मारा कि दोनों घुटनों की खाल तक उधड़ गई। इसी तरह कमरे के निचले हिस्से और पीठ में इतना बेइंतहा ढंग से डंडे से पीटा कि बलवंत ने दम तोड़ दिया।

6 घंटे तक मौत की बाद छिपाए रही पुलिस

कानपुर देहात के जिला अस्पताल में दर्ज समय के मुताबिक 12 दिसंबर को 11:15 बजे बलवंत सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस ने सहानुभूति लेने के लिए उसे कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कराने का प्रयास किया, लेकिन डॉक्टरों ने मना कर दिया।

इसके बाद धीरे-धीरे मृतक के परिजनों की भीड़ लगना शुरू हुई लेकिन पुलिस ने लोगों को समझाकर मामले को संभाले रखा। शव को मोर्चरी में रखवाकर बंद कर दिया। सुबह परिजनों ने शव देखा तो होश उड़ गए। पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ था। इसके बाद परिजनों ने हंगामा-बवाल शुरू किया था।

सरैया लालपुर शिवराजपुर मैथा कानपुर देहात निवासी सर्राफ चंद्रभान सिंह उर्फ राजू से 6 दिसंबर को 2 लाख कैश और जेवरात की लूट हुई थी। उन्होंने मामले में शिवली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। शिवली थाने पुलिस ने राजू के पड़ोस में रहने वाले उनके भतीजे बलवंत सिंह को लूट के शक में 12 दिसंबर की शाम को उठाया था।

आरोप है कि परिवार के लोग शिवली थाने पहुंचे तो SOG टीम लीडर प्रशांत गौतम, उसके साथी महेश गुप्ता, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय, थानाध्यक्ष शिवली राजेश कुमार सिंह, रनिया थानाध्यक्ष शिवप्रकाश सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मी लाठी-डंडे और पट्‌टे से पीट रहे थे। इन सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिवली थाने में हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस वालों के साथ ही परिवार ने एक अज्ञात और जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर को भी नामजद किया है।

FIR दर्ज कराने वाले चाचा गिड़गिड़ाते रहे, पुलिस ने नहीं छोड़ा

लूट के शिकार चंद्रभान सिंह उर्फ राजू को जब जानकारी हुई कि शिवली थाने की पुलिस ने उनके साथ हुई लूट के मामले में भतीजे बलवंत को ही उठा लिया है। वह फौरन थाने पहुंचे और SOG, थानेदार समेत अन्य पुलिस कर्मियों के सामने गिड़गिड़ाते रहे…रहम की भीख मांगते रहे। उन्हें लूट के मामले में कोई कार्रवाई नहीं करानी है। मगर पुलिस ने एक नहीं सुनी और बलवंत को इतना पीटा की मौत हो गई।

पुलिस की थर्ड डिग्री से बुझ गया इकलौता चिराग

किसान श्याम सिंह उर्फ मुन्ना का बलवंत इकलौता बेटा था। मौत की खबर मिलते ही मुन्ना और उनकी पत्नी दरवाजे पर ही गश खाकर गिर पड़ी। पत्नी शालू रो-रो कर बदहवास हो गई। गांव के लोगों ने माता, पिता और पत्नी के साथ ही बलवंत के एक साल के बेटे यश और 2 साल की बेटी काव्या को किसी तरह संभाला। परिवार और गांव के लोगों की जुबान पर एक ही बात थी, पुलिस की थर्ड डिग्री ने परिवार के इकलौते बेटे को छीन लिया।

कस्टडी डेथ में ये पुलिस कर्मी हुए निलंबित
थाना प्रभारी शिवली राजेश सिंह, रनियां थाना प्रभारी शिव प्रकाश सिंह, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय, दारोगा संपत सिंह, हेड कांस्टेबल शिवली विनोद कुमार, सिपाही महेश गुप्ता, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, एसओजी के आरक्षी जयकुमार, सोनू यादव, अनूप कुमार, दुर्गेश कुमार के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।

कानपुर देहात पुलिस की हिरासत में युवा व्यवसायी की हत्या हो गई। लूट के एक मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने सोमवार शाम को उठाया था। सोमवार-मंगलवार की रात करीब 2.30 बजे परिजनों को युवक की मौत की खबर मिली। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने हंगामा कर दिया। पुलिस से उनकी झड़प हो गई। मामले को तूल पकड़ता देख एसपी ने SOG टीम समेत 9 पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। पूरा मामला शिवली कोतवाली के लालपुर सरैया गांव का है। मंगलवार देर शाम कोतवाल शिवली, थानाध्यक्ष रनिया, SOG प्रभारी और जिला अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर समेत 7 लोगों पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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