सदर उपनिबंधक कार्यालय में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें – बैनामा के अभिलेखों में अवैध धन कमाने का खेल – सड़क किनारे की जमीनों का बैनामा दूर दिखा कर लाखों के राजस्व को चोंट
फतेहपुर। सदर तहसील में संचालित उपनिबंधक कार्यालय में भ्रष्टाचार की गहरी होती जड़ों पर जिम्मेदारों की नजरे नहीं जा रही हैं। इस कार्यालय में हर काम का निर्धारित दाम है। बिना दाम चुकता किये कोई भी व्यक्ति किसी तरह की जानकारी नहीं हासिल कर सकता है। सूत्र बतातें है कि भ्रष्टाचार के इस खेल की कमान स्वयं उपनिबंधक संभाले हैं। अकूत दौलत जुटाने की मची होड़ में कोई भी जिम्मेदार इस खेल पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं कर सका।
अधिवक्ता कमलेश शुक्ला ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजते हुये आरोप लगाया है कि संतोष कुमार पाण्डेय उपनिबंधक सदर तहासील बैनामा में लगने वाले स्टाम्प व पंजीयन शुक्ल में अभिलेखीय खेल कर सरकार के राजस्व की चोरी कराकर निजी लाभ साध रहे हैं। उनका यह भी आरोप है कि उपनिबंधक ने लखनऊ सहित अन्य जिलों में नामी-बेनामी सम्पत्ति भी खड़ी कर लिया है। आरोप पत्र में यह भी लिखा गया है कि जमीनों का बैनामा करने में अवैध वसूली के लिये सड़क किनारे की जमीनों को सड़क से दूर दिखा कर सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है। शिकायतकर्ता ने शिकायती पत्र में कहा है कि पूर्व में इस खेल में एक लिपिक शामिल रहता रहा है, लेकिन उसका गैर जनपद में स्थानान्तरण होने के बाद अब पूरी तरह से तथाकथित संविदा कर्मी प्रमोद यादव के सहयोग से भ्रष्टाचार की धारा प्रवाहित हो रही है। उन्होने मुख्यमंत्री सहित अन्य उच्चाधिकारियों से उपनिबंधक व उनके चहेतों की गोपनीय जांच किसी सक्षम अधिकारी अथवा जांच एजेंसी से कराने की मांग की है।