सपाईयों ने चौधरी चरण सिंह को याद कर मनाया जन्मदिन – व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से डाला प्रकाश – निकाय चुनाव में पूरी ताकत व निष्ठा लगायें सपाई: विपिन
फतेहपुर। समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय में शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। सपाईयों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए निकाय चुनाव में निष्ठा व पूरी ताकत से जुट जाने का आहवान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता निवर्तमान जिलाध्यक्ष विपिन सिंह यादव व संचालन अल्पसंख्यक सभा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष चौधरी मंजर यार ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निवर्तमान जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का जन्म किसान परिवार में 23 दिसंबर सन 1902 में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में चौधरी मीर सिंह के परिवार में हुआ। इनके व्यवहार में पिता की छवि झलकती थी। चौधरी चरण सिंह ने शिक्षा को प्रथम मान्यता दी। सन 1929 में चरण सिंह ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में प्रवेश किया। 1930 में गांधी जी के चलाये गये सविनय अवज्ञा आंदोलन में नमक कानून तोड़ने का आहवान किया। उन्होने गाजियाबाद की सीमा पर बहने वाली हिंडन नदी पर नमक बनाया था एवं डांडी मार्च में भी भाग लिया। इस दौरान उन्हें छह माह के लिए जेल भी जाना पड़ा। उन्होने कृषि उत्पाद विधेयक पेश किया यह विधेयक किसानों के हित में था। उन्होने 1952 में जमीदारी उन्मूलन विधेयक पारित किया। इस विधेयक के कारण 27000 पटवारियों ने त्याग पत्र दे दिया। जिसे उन्होने निडरता के साथ स्वीकार किया और किसानों को पटवारी के आतंकी वातावरण से आजाद किया। निवर्तमान जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के मसीहा के जन्मदिन पर संकल्प लें कि किसानों की लड़ाई हमेशा लड़ी जायेगी। उन्होने आगामी निकाय चुनाव में आहवान किया कि सभी कार्यकर्ता निष्ठा व ताकत के साथ लगकर ज्यादा से ज्यादा सभासदों व चेयरमैन प्रत्याशियों को जिताने का काम करें। जिससे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों को मजबूत किया जा सके और देश व प्रदेश से भाजपा का सफाया हो सके। इस मौके पर पूर्व सांसद डा. अशोक पटेल, सदर विधायक चंद्र प्रकाश लोधी, नफीस उद्दीन, सुधीर यादव, कामता सविता, मुन्ना बाजपेयी, अय्यूब खान, मो. आजम, मो. साबिर, रवींद्र यादव, विवेक उमराव, विनोद पासी, अंसार कुरैशी, अरूण यादव, अशोक सविता, अरूण मौर्या, अखिलेश मौर्या, ओवैस फारूकी, जाहिद अहमद, रामगुलाम गौतम, सनी लोधी, जय सिंह लोधी, जगजीवन विश्वकर्मा, जियाउद्दीन, मकबूल आलम, नफीस जाफरी, शकील अमद, मो. अयाज, मो. इसराइल आदि मौजूद रहे।