मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सड़क सुरक्षा माह की तैयारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग कर समीक्षा की। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एनआईसी में उपस्थित मंडलायुक्त डॉक्टर मुथु कुमार स्वामी बी, डीआईजी आरपी सिंह, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार व अन्य अधिकारियों ने उनको इस संबंध में की गई तैयारियों की जानकारी दी।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने नेशनल एवं स्टेट हाइवे तथा एक्सप्रेस वे पर होने वाली दुघर्टनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुये निर्देशित किया कि नेशनल हाइवे, एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजाओं पर कम से कम दो क्रेन, एम्बुलेंस तथा पेट्रोलिंग की व्यवस्था को क्रियाशील किया जाय। नजदीकी अस्पताल में ट्रामा सेंटर की व्यवस्था किया जाय।
वाहन चलाते समय मोबाइल पर वार्ता, ओवर स्पीड पर जागरूकता लाते हुये लोगो में कैम्प लगाकर प्रशिक्षित किया जाय। प्राथमिक, माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाय, हैण्डबिल का वितरण आदि कर जागरूक किया जाय। नगरीय क्षेत्रों में अवैध टैक्सी या बस स्टैण्ड को हटाने तथा ओवरलोडिंग पर प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया । उन्होने कहा कि एम्बुलेंस के कर्मियो को विधिवत प्रशिक्षित किया जाय ताकि दुघर्टना ग्रस्त व्यक्ति वे सावधानी पूर्वक अस्पताल पहुंचा सकें। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक व अन्य सम्बन्धित विभागों को निर्देशित करते हुये कहा कि जिले में सड़क दुघर्टनाओं में कमी लाये जाने हेतु आपस में समन्वय स्थापित कर सड़क सुरक्षा माह के अन्तर्गत कार्य करना सुनिश्चित करें।