फतेहपुर। जनपद में सामूहिक धर्मांतरण मामले में लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। ताजा मामला ईसाई मिशनरियों के विदेशी फंडिंग से जुड़ा हुआ है। पुलिस की पूछताछ में यह बात निकल कर सामने आई कि इसाई धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए विदेशों से पैसों की मांग की थी। सूत्रों की माने तो इसाई मिशनरी यीशू दरबार और चंगाई सभा लगाने के लिए लगातार विदेशों से पैसे की डिमांड कर रहे थे। इसके अलावा बुधवार को वर्ल्ड विज़न संस्था के नौ कर्मचारियों के भी बयान कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया। साथ ही जांच के लिए संस्था लैपटॉप कब्जे में लिया है।
शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमित मिश्रा ने बताया कि प्रयागराज के नैनी स्थित एग्रीकच्लर इंस्टीट्यूट (डीम्ड विश्वविद्यालय) शुआट्स सोसाइटी बोर्ड के सदस्य डा. आइजक फ्रेंक को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था। उन्होने पुलिस के सामने कई अहम और सनसनीखेज खुलासे किए है। विश्व विद्यालय के कुलपति ने प्रदेश के कई जिलों में अमेरिका, कनाडा, लंदन से करोड़ों रुपए की मांग की थी। साथ ही इस पैसे के जरिए गरीबों को प्रलोभन देकर रोजगार, स्कूल खोलने जैसे कई तरह के काम किए जा रहे थे। पुलिस सूत्रों की माने तो इस पूरे खेल में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के शामिल होने की भी आशंका जतायी जा रही है। इस मामले की जांच एसटीएफ भी कर रही है। गौरतलब है कि 15 अप्रैल 2022 को विहिप नेता हिमांशु दीक्षित की तहरीर पर पुलिस ने 56 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें चर्च के पादरी विजय मसीह समेत 14 आरोपी जेल में है, जबकि 26 अग्रिम जमानत पर बाहर चल रहे हैं, और दंपत्ति समेत 3 आरोपी फरार चल रहे जिनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए पुलिस ने कोर्ट में अर्जी भी दाखिल का रखी है। सदर कोतवाली की पुलिस ने कोर्ट से सर्च वारंट लेने के बाद वर्ल्डविजन ऑफिस का ताला तोड़कर कुछ कागजात भी खंगाले। सूत्रों की मानें तो पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं जो आगे चलकर पुलिस विवेचना में महत्वपूर्ण साबित होंगे। उन्होंने बताया कि डॉक्टर आइजर फ्रैंक ने वाइस चांसलर बिलाल के ऊपर कई संगीन आरोप लगाए है। फ्रैंक ने महंत नरेंद्र गिरि की हत्या में भी वाइस चांसलर के हाथ होने की बात कही है। उधर वर्ल्ड विज़न संस्था के नौ कर्मचारियों के बयान आज कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया। साथ ही जांच के लिए संस्था के लैपटॉप कब्जे में लिया है।