बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर बहन की ओर से भाई की हत्या कराने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मर्डर के बाद हत्यारे एक बार डर गए थे। वे लाश को ऐसे ठिकाने लगाना चाहते थे कि कोई सबूत नहीं मिले। इसके लिए हत्या के बाद उन्होंने मूवी दृश्यम पार्ट-1 को देखा। मूवी देखने से मिले आइडिया के बाद शव को कुएं में फेंक दिया। मामला चितौड़गढ़ के गंगरार थाना इलाके का है।
पुलिस ने महेंद्र राइका (23) की हत्या का खुलासा करते हुए शनिवार को उसकी 19 साल की बहन तनु उर्फ तनिष्का राइका, उसके बॉयफ्रेंड 23 साल के महावीर धोबी और महेंद्र धोबी को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने हत्या में शामिल एक नाबालिग को भी डिटेन किया था।
SHO शिवलाल मीणा ने बताया कि पूछताछ में महावीर धोबी ने बताया कि वह यह हत्या नहीं करना चाहता था। वह तनु के भाई महेंद्र राइका को समझा कर शादी के लिए मनाना चाहता था, लेकिन तनु ही बार-बार उस पर दबाव बना रही थी कि महेंद्र की हत्या कर दी जाए। उसने तनु को भी समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह नहीं मानी। इस पर उन लोगों ने हत्या की प्लानिंग की।
3 साल से चल रहा था अफेयर
पुलिस ने बताया कि महेंद्र राइका अपनी मां आजोदिया बाई और दो बहनों के साथ भाटखेड़ा अपने मामा शांतिलाल राइका के यहां रह रहा था। वहीं, धोबियों का मोहल्ला, गंगरार निवासी महावीर धोबी भी रहता है। 3 साल से महावीर का महेंद्र के घर काफी आना-जाना था। इसी दौरान महावीर और तनु के बीच दोस्ती बढ़ गई थी। दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिए थे। बातचीत होने लगी और फिर प्यार हो गया था। दोनों के बीच चल रहे अफेयर का किसी को पता नहीं था।
बड़ी से प्यार, छोटी बहन से बंधवाता था राखी
करीब 2 साल पहले तनु ने अपनी छोटी बहन से महावीर धोबी के राखी बंधवाकर उसे धर्म भाई भी बना लिया, ताकि महावीर को उसके घर आने जाने में कोई प्रॉब्लम न हो। वह आए दिन तनु को घुमाने के लिए लेकर जाता रहा, इस बात की जानकारी तनु के भाई महेंद्र को चल गई थी।
ऐसे आए पकड़ में
कुएं से लाश को निकालने के दौरान महावीर धोबी पुलिस की बिन मांगे ही मदद कर रहा था। शव को फिनाइल से साफ करने में भी जानबूझकर मदद कर रहा था। मृतक के हाथ में कुछ लिखा था, जो पढ़ने में नहीं आ रहा था। नाम पढ़ने के लिए जब उसका हाथ साफ किया गया।
टॉर्च की लाइट में देखकर पुलिस को लगा कि हाथ पर कमलेश राइका लिखा हुआ था, लेकिन महावीर एकदम से यह बोल उठा कि यह कमलेश नहीं बल्कि महेंद्र राइका लिखा हुआ है। जबकि वह नाम सही ढंग से पढ़ा भी नहीं जा रहा था। इस पर पुलिस को उसी समय महावीर पर शक हो गया। साथ ही एक टीम का गठन कर महावीर पर लगातार नजर रखी गई थी। महावीर को डिटेन कर पूछताछ की तो उसने हत्या का पूरा राज उगल दिया।
दो आरोपियों को भेजा जेल
पुलिस ने रविवार को कोर्ट में चारों आरोपियों को पेश किया। जिसके बाद नाबालिग को संप्रेषण गृह में भेज दिया और 19 साल की तनु को जेल में भेज दिया गया। वहीं, महावीर और उसके दोस्त महेंद्र धोबी को 12 दिसंबर तक रिमांड में लिया गया।
क्या था मामला
5 दिसंबर को गंगरार कस्बे में हनुमान मंदिर के पीछे किले के नीचे कुएं में एक व्यक्ति का बिना धड़ मिला था। दूसरे दिन पुलिस को कुएं में युवक की गर्दन मिली। उसकी पहचान गरोठ, मंदसौर, एमपी हाल निवासी भाट खेड़ा निवासी महेंद्र (23) पुत्र गोविंद राइका के रूप में हुई थी।