गौशालाओं में प्रतिदिन गोवंशों का करायें स्वास्थ्य परीक्षण : आनंद – विशेष सचिव ने पांच गौशालाओं का निरीक्षण कर जाली लगवाने के दिए निर्देश
फतेहपुर। जनपद के गौ आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंशों की समुचित व्यवस्था एवं देखरेख की वास्तविक स्थिति हेतु भौतिक सत्यापन तथा निरीक्षण करने के लिए जनपद भ्रमण पर आये अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के विशेष सचिव आनन्द कुमार सिंह ने मंगलवार को पांच गौशालाओं का निरीक्षण किया। जिसमें बैजानी, रामपुर थरियांव, सवंत, विक्रमपुर एवं रोशनपुर टेकारी शामिल हैं।
सर्वप्रथम बैजानी गौशाला के निरीक्षण में महिला प्रधान रानी उपस्थित मिली। गौशाला में जाली लगवाने हेतु निर्देशित किया। ताकि जंगली जानवर गौशाला में प्रवेश न कर सकें। गोवर्द्धन योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन गोबर गैस प्लांट को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। एक अतिरिक्त भूसा शेड बनाने के निर्देश दिए। रामपुर थरियांव गौशाला में बबूल की लकड़ी काफी मात्रा में एकत्रित पायी गयी। जिसको सुरक्षित रखते हुए अगले वर्ष ठंडी से बचाव हेतु अलाव के रूप में उपयोग करने की हिदायत दी। निर्माणाधीन स्टोर रूम को एक सप्ताह में पूर्ण करने की बात कही। सवंत गौशाला में सभी जानवर शेड के अंदर बंधे मिले। गोपालकों को निर्देश दिए कि दिन के समय उन्हें खोल दें ताकि शेड के बाहर खुले में धूप ले सकें। स्टाक बोर्ड पर सभी सूचना अंकित मिलीं। सभी बीडीओ को निर्देशित किया कि स्टाक बोर्ड इसी प्रकार हर गोशाला में पूर्ण मिलना चाहिए। साथ ही सभी गौशाला में साफ-सफाई हेतु कड़ाई से निर्देश दिए। विक्रमपुर गौशाला में गोपालकों के अवशेष भुगतान एक सप्ताह के भीतर करने हेतु बीडीओ को निर्देशित किया। गौशाला में वृक्षारोपण कराने व बाउंड्रीवाल के चारों ओर जाली लगाने के निर्देश दिए। चिकित्सा कक्ष में साइन बोर्ड लगाने की बात कही। संबंधित पशु चिकित्साधिकारी से कहा कि प्रतिदिन नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाओं की एक्सपाइरी का ध्यान रखा जाये। रोशनपुर टेकारी में गोपालकों को साफ-सफाई तथा वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त सभी बीडीओ तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि गौशालाओं को स्वावलंबी बनायें तथा सहभागिता योजनांतर्गत गोवंशों को सुपुर्द करते हुए लक्ष्य की पूर्ति करना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना अधिकारी, संबंधित खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी भिटौरा के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।