फतेहपुर। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती नहर कालोनी में सविता समाज उत्थान समिति व अति पिछड़ा शोषित वंचित कल्याण संगठन के संयुक्त तत्वाधान में मनाई गई। उनके तैलीय चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके बताए गए पद चिन्हों पर चलने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जनपदों से आये समाज के लोगों को शाल पहनाकर व कर्पूरी ठाकुर का चित्र भेंटकर सम्मानित किया।
सविता समाज उत्थान सेवा समिति व अति पिछड़ा शोषित वंचित कल्याण संगठन के तत्वाधान में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक न्याय जन जागरण सम्मेलन प्रदेश अध्यक्ष प्रो. मिथलेश सिंह सविता ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ विशेष आमंत्रित अतिथि अवकाश प्राप्त प्रमुख अभियंता न्याय सिंचाई विभाग श्रीकांत गुप्ता साहू, प्रदेश अध्यक्ष मिथलेश सिंह सविता, अध्यक्ष शंकर लाल सविता व सतीश शिवहरे ने दीप प्रज्जवलन कर भारत माता, जननायक कर्पूरी ठाकुर व सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्हें महान व्यक्तित्व का धनी बताया। कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने अपना पूरा जीवन शोषित एवं वंचित समाज की लड़ाई लड़ते हुए बिताया। बिहार प्रांत में समाज के लोगों के लिए तमाम योजनाओं का संचालन किया। उनके योगदान को देश कभी नहीं भुला सकता। इस मौके पर अवकाश प्राप्त अपर जिला मजिस्ट्रेट अमृतलाल साहू, श्रीकांत गुप्ता साहू, अति पिछड़ा समाज के जिलाध्यक्ष बुद्धराज धाकड़ी, सतीश शिवहरे, श्रीकांत गुप्ता साहू, बीडी विश्वकर्मा, मन्नी सिंह चौहान, राकेश प्रजापति, शैलेंद्र शरन सिंपल, माताबदल साहू, कामता प्रसाद सविता, श्रवण कुमार सविता भी मौजूद रहे। उधर ठाकुर, सेन सविता समाज की ओर से भी कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। जिलाध्यक्ष हरीश सिंह सविता के नेतृत्व में शहर के एक मैरिज हाल में मुख्य अतिथि कृष्ण शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि मनोज प्रधान की उपस्थिति में कर्पूरी ठाकुर को याद किया और उनके पद चिन्हों पर चलने की प्रेरणा दी। इस मौके पर राम बाबू सविता, दीपक कुमार, दीपू कुमार, अरविंद कुमार, विजय कुमार, जय कुमार, सुरेंद्र कुमार, दयाशंकर प्रधान, राकेश कुमार, डा. अखिलेश भी मौजूदरहे।