मेरठ में बाथरूम में नहाते समय गीजर गैस लीक होने से एक 8वीं की छात्रा की मौत हो गई। छात्रा रविवार शाम बाथरूम में गई थी। जब 30 मिनट तक बाहर नहीं आई तो मां ने बाहर से बाथरूम का दरवाजा खटखटाया। कोई आवाज नहीं आने पर उन्होंने तुरंत शोर मचाया। शोर सुनकर परिवार और पड़ोसी मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़ा तो देखा बेटी बाथरूम में बेसुध पड़ी थी। तत्काल रेलवे रोड अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद घरवाले शव को लेकर कोलकाता चले गए।
परिजनों ने बताया कि बेटी फैशन डिजाइनर बनना चाहती थी। 19 मार्च को उसका बर्थडे था। जिसकी वे प्लानिंग कर रहे थे। बता दें, अभी एक दिन पहले ही मेरठ में गैस गीजर के रिसाव से एक दुल्हन की मौत हो गई थी। उसकी 26 जनवरी को शादी हुई थी। 28 जनवरी को ससुराल में नहाने के लिए बाथरूम में गई थी। जहां हादसा हो गया।
मेरठ आया था परिवार
मेरठ के देहली गेट इलाके के कोटला बाजार में अंसारी मस्जिद के पास शराफत अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहते हैं। मूलरूप से शराफत कोलकाता के हुगली के रहने वाले हैं। यहां मेरठ में 30 साल पहले जेवर की कारीगरी करने आए थे। यहां सराफा बाजार में उनकी दुकान भी है। सोना गलाकर जेवर बनाने का काम करते हैं।
पहले दादी की मौत
सप्ताह भर पहले ही शराफत की मां की मौत कोलकाता में हुई थी। रविवार को परिवार कोलकाता से लौटा था। घर में पत्नी इस्मतारा बेगम, 3 बेटी नरगिस, सरमीन और परवीन मौजूद थीं। शाम को 15 साल की बेटी परवीन खातून नहाने बाथरूम में गई। देर तक बाहर नहीं आई तो मां ने आवाज लगाई।
कोई आवाज नहीं होने पर मां ने दरवाजा खटखटाया। फिर भी जवाब नहीं आया। तब मां ने शोर मचाया। शोर पर दोनों बेटियां, पड़ोसी जमा हो गए। दरवाजा तोड़ा तो देखा बेटी बाथरूम में बेसुध थी। तुरंत डॉक्टर के पास ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। देहली गेट थाना प्रभारी ऋषिपाल सिंह ने बताया कि कोई तहरीर नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलेगी तो जांच की जाएगी।
मेरठ में बाथरूम में नहाते समय गीजर गैस लीक होने से एक दुल्हन की मौत हो गई थी। दुल्हन शनिवार सुबह नहाने के लिए बाथरूम में गई थी। 15 मिनट तक बाहर नहीं आई तो सास ने बाहर से बाथरूम का दरवाजा खटखटाया। कोई आवाज नहीं आने पर उन्होंने तुरंत परिवार के अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी।
सभी ने मिलकर करीब 20 मिनट बाद दरवाजा तोड़ा। अंदर गए तो देखा एक कोने में दुल्हन बेहोशी की हालत में पड़ी हुई है। आनन-फानन में कार से अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दुल्हन के मायके और ससुराल पक्ष किसी ने भी पुलिस को शिकायत नहीं की है। घटना जागृति विहार के सेक्टर-8 की है।
कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस
सहारनपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अरविंद त्रिवेदी ने बताया, गैस गीजर LPG गैस सिलेंडर से चलते हैं। गैस गीजर से कार्बन मोनो ऑक्साइड और नाइट्रो ऑक्साइड गैस बनती है। ये गीजर बाथरूम से बाहर ही लगवाए जाते हैं। बाथरूम में ये गीजर लगवाने के लिए वेंटिलेशन की व्यवस्था भी जरूर की जानी चाहिए। गीजर से विषैली गैस शुरुआत में ही निकलती है। ऐसे में उसे ऑन करते ही बाथरूम में तुरंत न जाएं। कुछ देर वेट करने के बाद ही अंदर जाएं।
दिमाग को डेड कर देती है कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस
अरविंद त्रिवेदी ने बताया, “गैस वाले गीजर से लीकेज होने पर कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस बाथरूम में मौजूद व्यक्ति को पहले बेहोश करती है। फिर उसके दिमाग पर असर करती है। ये सब इतनी जल्दी होता है कि शरीर को कुछ महसूस भी नहीं होता। अगर, 5 मिनट से ज्यादा देर तक व्यक्ति बाथरूम में गैस के बीच में रह जाए तो ब्रेन डेड होने की संभावना रहती है।
सहारनपुर में बाथरूम में नहाते समय गीजर गैस लीक होने से एक शिक्षक की मौत हो गई थी। शिक्षक नहाने के लिए बाथरूम में गए थे। जब 15 मिनट तक बाहर नहीं आए तो उनकी पत्नी ने बाहर से बाथरूम का दरवाजा खटखटाया था। कोई आवाज नहीं आने पर उन्होंने तुरंत परिवार के अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी। सभी ने मिलकर बाथरूम का दरवाजा तोड़ा। अंदर गए तो देखा सामने शिक्षक बेहोशी की हालत में पड़े हुए थे। आनन-फानन में उनको अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।