गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगने वाला गैंग पकड़ा है। छह आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनसे एक कार, 9 मोबाइज और कुछ डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपी विनय नेगी निवासी मेरठ, देवेश निवासी आगरा, अजय निवासी दिल्ली, कुलदीप त्यागी निवासी गाजियाबाद, गौरव श्रीवास्तव निवासी नोएडा और अंकुर सिंह निवासी फिरोजाबाद हैं। सभी आरोपी फिलहाल गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में एक ऑफिस चला रहे थे। सबसे पहले ये गैंग रेंडम कॉल करके लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। इसके बाद प्रोसेसिंग फीस, वीजा, पासपोर्ट आदि के नाम पर रुपए ऐंठे जाते थे। पुलिस ने खुलासा किया कि ये गैंग अब तक सैकड़ों बेरोजगारों को अपना शिकार बना चुका है।
महाप्रबंधक पद की नौकरी देना बताकर मांगे 12.80 लाख
ताजा मामले में क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र के अरिहंत एंबियंस निवासी नवीन शर्मा से फ्रॉड हुआ। नवीन के मुताबिक, उन्हें पिछले कई दिनों से ऑस्ट्रेलिया की बड़ी कंपनी में नौकरी दिलाने के लिए कॉल आ रही थी। कॉलकर्ता ने खुद को उक्त कंपनी में ह्यूमन रिसोर्स में सीनियर पद पर तैनात होना बताया। इसके बाद नवीन का ऑनलाइन इंटरव्यू करवाया। नवीन को बताया गया कि उसे महाप्रबंधक पद के लिए चुन लिया गया है। उनसे 12 लाख 80 हजार रुपए मांगे गए और ये कहा गया कि ये पैसा रिफंड कर दिया जाएगा। नवीन उनकी चाल को समझ गए और एक बड़े फ्रॉड से बच गए। नवीन ने इस संबंध में क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में एक केस दर्ज कराया। इसी तरह एक मुकदमा थाना साहिबाबाद में दर्ज हुआ। दोनों मामलों की जांच साइबर क्राइम सेल को सौंपी गई। जिसके बाद ये गैंग पकड़ा गया है।