पुलिस की लापरवाह, कार्यशैली की वजह से,रायबरेली में बड़ा आपराधिक घटनाओं का ग्राफ।
रायबरेली। वैसे तो रायबरेली अपने आप में खुद ही अपनी पहचान रखता है परंतु अब रायबरेली को खास पहचान रखने वाले जिलों में ऊंचा मुकाम प्राप्त हो चुका हैl रायबरेली में जिस तरह ताबड़तोड़ अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर अपराधी सरेआम सड़कों पर घूमते हैं यह कहीं और किसी जिले में नहीं होताl पुलिस अपराधियों के गिरेबान तक पहुंचती है तो तत्काल प्रेस वार्ता बुलाकर पत्रकारों के सामने अपनी पीठ अपने आप थपथपा लेती हैl जिस तरह अपराधी पुलिस को चुनौती देकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम तक पहुंचा रहे हैंl उससे तो ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं खाकी की भूमिका संदिग्ध हैl आए दिन हत्या अपहरण बलात्कार चेन स्नेचिंग की वारदातें बढ़ती जा रही है उसे देखकर जनता सब समझ गई है। जिस तरह हाल में ही गवर्नमेंट कॉलोनी की रहने वाली एआरटीओ प्रवर्तन की मां से बाइक सवार अज्ञात युवकों ने चेन स्नेचिंग की थी मामला हाई प्रोफाइल था आनन-फानन में कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जल्द ही घटना का खुलासा भी किया।यही घटना यदि किसी छोटे मोटे इंसान के साथ हुई होती तो पुलिस अभी तक सिर्फ मामले की जांच कर रही होती। पुलिस को सब पता रहता है घटना की चंद दिनों में खुलासा पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। पुलिस इसी गति से काम करें तो शहर में हो रहे चैन स्नैचिंग को जड़ से खत्म किया जा सकता है। पुलिस के बिना संरक्षण प्रदान किए बगैर अपराधी अपराध को अंजाम तक नहीं पहुंचा सकते। हाल ही के दिनों में अभी जिस तरह बीजेपी नेता की हत्या की गई उसमें कहीं ना कहीं प्रशासनिक लापरवाही उजागर हुई। जिस को छिपाने की पुरजोर कोशिश प्रशासन द्वारा की गई। पुलिस द्वारा अभी हाल ही में अवैध असलहा की फैक्ट्री पकड़ी गई जिसको लेकर पत्रकार वार्ता भी पुलिस द्वारा की गई थी। जिसमें 50 से अधिक निर्मित और 50 से भी अधिक अर्धनिर्मित असलहों के साथ तीन लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना दिखाया गया। इसमें सरगना को भागने में कामयाबी हासिल हो गई थी। ऐसा सूत्रों का कहना है वहीं सूत्रों ने दबी जुबान में चर्चा आम की थी। कि पुलिस ने इस मामले में सेटिंग गेटिंग करके सरगना को छोड़ तीन की गिरफ्तारी दिखाई है। अब इस मामले में कितना दम है यह तो पुलिस जानती है या फिर वह सरगना जिसे पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया। वहीं हाल ही में एक प्रधान द्वारा पत्रकार पे हमला किया गया जिसमें पत्रकारों के दबाव में पुलिस ने मुकदमा तो पंजीकृत कर लिया लेकिन अभी तक दबंग प्रधान को गिरफ्तार नहीं कर सकी। अब आज की ही घटना ले लीजिए नेता राकेश मिश्रा के घर पर बदमाशों द्वारा कई राउंड गोली चलाई लेकिन पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम रही। वाह योगी जी चुनाव जीतने के बाद आपका कहना था की अपराधी उत्तर प्रदेश छोड़ दे नही तो वे जेल में होंगे लेकिन आपकी उत्तर प्रदेश पुलिस ने तो अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित प्रदेश बना दिया है।