महिलाओं का सौदा : पत्नी को छोड़ने के बदले पति को मिलता है मुआवजा

मध्यप्रदेश में बेटियों का सौदा करने वाली एक कुप्रथा जारी है। ये वो प्रथा है, जिसमें भरी पंचायत में महिला की बोली लगाई जाती है। बात हो रही राजगढ़ और आसपास के जिलों में होने वाली नातरा-झगड़ा प्रथा की। जिसमें किसी शादीशुदा महिला के पहले पति को छोड़कर किसी अन्य शख्स से शादी करने पर उसके पहले पति को मुआवजा दिया जाता है। पंचायत और अन्य पक्ष बैठकर यह तय करते हैं कि पत्नी को छोड़ने के बदले पहले पति को कितना मुआवजा मिलेगा।

 क्या होती है नातरा झगड़ा प्रथा

राजगढ़ समेत मप्र के कुछ जिलों में आज भी चोरी-छिपे बाल विवाह या बचपन में सगाई करने की कुप्रथा जारी है। लड़की जब जवान होती है तो बचपन की सगाई और शादी भूलकर अपने पसंद के लड़के से शादी कर लेती है। ऐसे में उसका दूसरा पति या पिता, पहले पति को अपनी पत्नी को छोड़ने के बदले में मुआवजा देता है। दूसरी शादी को नातरा कहा जाता है। वहीं पहले पति को मिलने वाली रकम को झगड़ा प्रथा कहा जाता है। खास बात ये सब खुलेआम होता है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें पंचायत ने समझौते की रकम पांच लाख से ज्यादा तय की…

सप्ताह भर पहले आए केस से समझिए

ब्यावरा सिटी थाने के गांव नारियाबे में वर्मा परिवार रहता है। परिवार के गंगाराम वर्मा बताते हैं कि उनके छोटे भाई राजेश वर्मा (22) ने चमारी गांव में रहने वाली मेरी बुआ सास की लड़की यानी मेरी साली रामपति से 16 दिसंबर 2021 को राजगढ़ के जालपा माता मंदिर में शादी की। शादी का शपथ-पत्र भी मेरे पास है। 8 दिन पहले राजेश अचानक से गायब हो गया। अब हम उसे खोज रहे हैं। ब्यावरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

गंगाराम बताते हैं कि राजेश तो कुंवारा था, लेकिन बुआ सास की लड़की रामपति शादीशुदा थी। उसकी शादी राजस्थान के दांगीपुरा में हुई थी। एक विवाह समोराह में उसकी मुलाकात रामपति से हुई। यहां दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिए, फिर बात करने लगे। दोस्ती प्यार में बदल गई। 2 साल तक दोनों के बीच फोन पर बातचीत होती रही। एक दिन पता चला कि रामपति राजगढ़ कोतवाली थाने पहुंची है। वहां उसने कह दिया कि उसे उसके घर नहीं जाना है। इसके बाद राजगढ़ पुलिस ने उसे संस्था गोपाल मंडल में भिजवा दिया। यहां दो दिन रुकने के बाद 16 दिसंबर को रामपति और राजेश ने जालपा माता मंदिर पहुंचकर ब्याह रचा लिया। शादी के बाद दोनों गांव नारियाबे आ गए। अब पंचायत ने महिला के पहले पति की शिकायत पर झगड़ा प्रथा के रूप में राजेश को उसे (पहले पति को) 5.40 लाख रुपए देने के लिए कहा है।

पंचायत ने इतनी राशि रखी कि दूसरे पति के पास इतने रुपए ही नहीं

रामपति के दूसरे पति यानी राजेश के पास इतने रुपए नहीं थे कि वह नातरा झगड़ा के पैसे पहले पति को दे सके। पैसे देने की समय सीमा एक महीना खत्म हुआ तो रामपति की मां और उसका भाई 20 लोगों के साथ नारियाबे गांव राजेश के घर आ धमके। यहां उन्हें राजेश नहीं मिला। परिवार का आरोप है कि राजेश के घर पर नहीं मिलने से नाराज होकर रामपति के परिवारवालों ने उसके घर में तोड़फोड़ कर दी।

आरोप है कि मारपीट के दौरान उन्होंने राजेश की बहनों के कपड़े तक फाड़ दिए। हंगामा करने के बाद वे घर से अपनी बेटी रामपति को भी अपने साथ ले गए और कह गए कि नातरा झगड़ा के 5 लाख 40 हजार रुपए दे देना और रामपति को ले जाना। रुपए नहीं दिए तो तुम्हारे बेटे को उठा ले जाएंगे। इसके बाद राजेश के परिवार ने इसकी शिकायत पुलिस में की। राजेश पहले से ही गायब है। पुलिस और घरवाले उसे खोज रहे हैं।

महिला का भाई बोला- हमसे पैसे मांग रहा बहन का पहला पति

रामपति के भाई जीवन ने बताया कि राजस्थान के दांगीपुरा गांव में रहने वाली मेरी बहन के पहले पति कालू वर्मा हमसे नातरा झगड़े के 5 लाख 40 हजार रुपए मांग रहे हैं। उनका फैसला नहीं करने पर हमारे गांव में नुकसान कर रहे हैं। एक खेत का गेहूं तक काट गए, अब जो नुकसान हुआ है, वह भी हमें ही देना पड़ेगा।

रुपयों-पैसे से बात बढ़कर खूनी संघर्ष में भी बदल जाती है

नातरे के एवज में लड़की के पहले पति के रिश्तेदार, लड़की के पिता या वर्तमान पति से लाखों रुपए की मांग करते हैं। इसे झगड़ा प्रथा कहा जाता है। झगड़े की रकम न देने पर पहले पति के परिजन वर्तमान पति की फसलों में आग लगा देते हैं, घर में तोड़फोड़ कर देते हैं। जब विवाद बढ़ता है तो मामला पंचायत के पास जाता है। वहां पंचायत में लड़की को छोड़ने और पाने की बोली लगती है। ये राशि लाखों रुपए में होती है।

राजगढ़ जिला प्रशासन इसके लिए सख्ती से काम कर रहा है, लेकिन सामाजिक प्रथा होने के कारण यह प्रथा अभी भी बनी हुई है। इससे हमारा पड़ोसी राज्य राजस्थान भी अछूता नहीं है। यह प्रथा इतनी खौफनाक है कि लड़की के पिता को घर-जमीन तक बेचनी पड़ जाती है। इसके खौफ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसे रोकने के लिए पुलिस को एक आदेश तक जारी करना पड़ा। वहीं, पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा तक में इस मुद्दे को उठाते हुए कड़ा कानून बनाने की मांग। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 2022 में राजगढ़ जिले में ही 179 मामले दर्ज हुए हैं।

पड़ोसी या रिश्तेदार को करते परेशान

इस प्रथा में पहले पति के पक्ष के लोग लड़की के दूसरे पति या पिता के रिश्तेदारों, पड़ोसियों को रात में नुकसान पहुंचाकर भाग जाते हैं। कभी फसल काटकर ले जाते हैं तो कभी घर में आग लगा देते हैं। घटनास्थल पर एक लेटर फेंका जाता है, जिसमें लड़की के पिता का नाम लिखने के साथ ही लिखा जाता है कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं। इससे नुकसान का कारण पता चल जाता है फिर जो भी नुकसान होता है वह लड़की के पिता को भरना होता है। आए दिन होने वाले नुकसानों से परेशान होकर समझौते के लिए पंचायत बैठाई जाती है।

पंचायत दोनों गांव के बीचों बीच या फिर किसी मंदिर पर होती है, जिसमें दोनों गांव के करीब आधे-आधे लोग शामिल होते हैं। लड़का पक्ष अपने हिसाब से रुपए की मांग करता है। इसके बाद दोनों पक्ष से दो-दो लोग अलग जाकर राशि का तोड़ करते हैं। राशि तय होने के बाद पंचों के सामने लिखा-पढ़ी हो जाती है। यह राशि लड़की के पिता को 6 महीने के भीतर देनी होती है। तय समय सीमा में रुपए नहीं मिलने पर रकम की राशि दोगुनी हो जाती है। कई बार तो लड़की के पिता को जमीन-घर तक बेचना पड़ जाता है। कई बार यह राशि देने में लड़की का दूसरा पति भी मदद करता है।

12-15 साल की लड़की का नातरा बुजुर्ग से

मोना बताती हैं कि लड़की को तो पता भी नहीं होता है कि उसका नातरा कहां किया जा रहा है। कई बार तीन से चार बार एक लड़की का नातरा हो जाता है। रुपए के लिए 12 से 15 साल की बच्ची का नातरा बुजुर्ग से तक कर दिया जाता है। यह इसलिए कि लड़की के पिता को पहले वाले दामाद को मोटी रकम चुकानी है। यह रकम वह दूसरे पति से लेता है। यदि उसने ऐसा नहीं कि तो रुपए के इंतजाम के लिए उसे जमीन या घर तक बेचना पड़ता है। नातरा झगड़े के हमारी संस्था के पास 1132 केस हैं। अब तक 734 केसों का निपटारा करवा दिया है। हमने इन लड़कियों का विवाह बिना लेन-देन के करवाया है। हम अपने कार्यालय में दोनों पक्षों को बुलाकर बिना लेनदेन के विवाह करवाने की कोशिश करते हैं। राजगढ़ में तो 51 लाख रुपए में एक झगड़ा टूटा था।

लड़की वालों के घर खाना खा लिया मतलब रिश्ता पक्का

एक जाति विशेष में इसी से जुड़ी एक और प्रथा के बारे में गांव के हीरालाल बताते हैं कि यहां सगाई का अजीब तरीका है। यदि लड़के पक्ष के लोगों ने लड़की पक्ष के वहां खाना खा लिया तो रिश्ता पक्का मान लिया जाता है। इसके बाद यदि लड़की पक्ष के लोग उस लड़के से रिश्ता करने से मना करते हैं तो उन्हें भी 4 से 5 लाख तक का झगड़ा देना होता है। यह लड़की पक्ष के लोगों को देना पड़ता है। हीरालाल बताते हैं कि झगड़ा लेने के लिए बहुत बार दोनों पक्ष के लोगों में खूनी संघर्ष तक हो जाता है। थाने तक मामला पहुंचने के बावजूद विवाद झगड़ा पंचायत के माध्यम से ही खत्म होता है।

कलेक्टर-एसपी बोले- लोगों को जागरूक किया जा रहा

राजगढ़ कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने बताया कि जिले में जैसे-जैसे लोग शिक्षित हो रहे हैं, वैसे नातरा-झगड़ा जैसी कुप्रथा वाले केसों में कमी आने लगी है। शिक्षा विभाग और महिला बाल विकास के द्वारा स्कूली बच्चों और महिलाओं को इस कुप्रथा को लेकर जागरूक किया जा रहा है, ताकि यहां कुप्रथा बंद हो सके।

राजगढ़ एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी का कहना है कि नातरा-झगड़ा कुप्रथा को रोकने के लिए जन-जागरूक अभियान चलाया जा रहा है। नातरा झगड़े के खिलाफ शिकायत मिलने पर जिलेभर के थानों में गैर जमानती धाराओं के तहत मामले दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजकर कठोर कार्रवाई की जा रही है ताकि इस कुप्रथा पर अंकुश लगाया जा सके l

5 लाख मांगे, नहीं देने पर फसल काट दी

राजगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र के चमारी गांव में नातरा-झगड़ा को लेकर 5 लाख रुपए की मांग की गई। पैसे नहीं देने पर आरोपियों ने गांव में खड़ी फसल काटकर नुकसान कर दिया। फसल में हुए नुकसान को लेकर पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली थाने में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी उमेश यादव ने बताया कि चमारी गांव के रहने वाले फरियादी छोटू लाल ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। दिलावरी गांव में रहने वाले नाहर और बंकट ने 5 लाख रुपए की मांग करते हुए बापू लाल और बिरम के खेत में खड़ी फसल काट दी। दोनों पर 384, 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

लड़का-लड़की के परिवार में लट्‌ठबाजी

कुछ समय पहले राजगढ़ में झगड़ा प्रथा की लड़ाई गांव से सड़क पर आ गई थी। बीच सड़क दो पक्षों में खूब लट्‌ठ चले। लड़के के पक्ष के 5 लोग घायल हो गए। कोतवाली थाने की पिपलोदी चौकी के अंतर्गत जीरापुर गांव के रहने वाले बबलू तंवर (20) की शादी के लिए रिश्ता 5 साल पहले रघुनाथपुरा की लड़की से तय हुआ था। 5 साल बाद जब शादी की बात हुई तो लड़की वालों ने मना कर दिया। कहा- लड़का शक्ल-सूरत में अच्छा नहीं है। इसको लेकर बबलू तंवर के परिवार ने लड़कीवालों से नातरा झगड़ा प्रथा के तहत पैसे की मांग की। लड़की वालों ने रकम देने से मना कर दिया। इस बात पर मंगलवार सुबह रघुनाथपुरा गांव में दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ।

लड़के वाले राजगढ़ कोतवाली थाने में शिकायत करने आने लगे। इसी दौरान राजगढ़ के बस स्टैंड पर दोनों पक्ष के लोगों ने शराब पी। नशे में धुत होकर कहासुनी से नौबत मारपीट तक आ गई। दोनों पक्षों में राजगढ़ के बस स्टैंड के पास बीच हाईवे पर जमकर लट्‌ठ चले। मारपीट में लड़के पक्ष की ओर से बबलू तंवर सहित 5 लोग घायल हो गए।

 

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