भोपाल। दो युवकों ने राजधानी की घोड़ानक्कास स्थित शांति लॉज के कमरे में शराब पिलाकर और बंधक बनाकर युवती से सामूहिक दुष्कर्म कर डाला। हनुमानगंज पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद प्रकरण दर्ज कर लिया है। दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया गया है। एक आरोपी ट्राफिक पुलिस का सिपाही बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 22 साल की युवती गणेश मंदिर, छोला की रहने वाली है। युवती महज 8 वीं कक्षा तक पढ़ी है। फिलहाल पीडि़ता घर के कामकाज संभालती है, जबकि युवती की मां शासकीय नौकरी करती हैं। युवती ने पुलिस को बताया कि 14 जुलाई को वह विदिशा के मनोरा गांव में भरने वाले मेले में शामिल होने गई थी। उस समय उसकी मुलाकात पुलिसकर्मी योगेन्द्र निवासी भिंड से हुई थी। दोनों की जान पहचान होने के कारण मोबाइल नंबर का अदान-प्रदान हो गया था। मोबाइल पर अक्सर बात होने के कारण दोनों में दोस्ती हो गई थी। आरोपी ने पीडि़ता को फोन पर ही प्रपोज कर प्रेम जाल में फांस लिया था। इसके बाद दोनों में मिलने की बात तय हुई और कल सुबह बदमाश योगेंद्र भिंड से भोपाल युवती से मिलने अपने एक दोस्त के साथ आया। इस दौरान वह शांति लॉज में रुका हुआ था। युवती का कहना है कि योगेंद्र से मोबाइल पर संपर्क हुआ, उसने छोला से पीडि़ता को लेने की बात कही। आरोपी एक बाइक से लडक़ी को लेने छोला इलाके में पहुंचा। जहां से उसने फरियादिया को अपनी गाड़ी पर बिठाया और लॉज लेकर पहुंचा।
आरोपी ने लॉज के कमरे में ही पीडि़ता को खाना खिलाया, इसके बाद बातचीत करने की बात कहकर कमरे को अंदर से लॉक कर लिया और उसके साथ शादी का वादा कर जिस्मानी संबंध बनाने की दबाव डाला। युवती ने उसकी बात मानने से इनकार कर दिया तब बदमाश ने डरा धमकाकर उसकी अस्मत लूट ली। किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी और उसे बदनाम करने की बात कहकर चुप रहने को कहा।
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