अजमेर के बैंक ऑफ इंडिया में गोल्ड लोन के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां नकली सोना गिरवी रखकर कईं लोगों ने करीब 2 करोड़ रुपए का लोन ले लिया गया। घटना अजय नगर स्थित ब्रांच की है। आखिर बैंक की जांच में सोना नकली निकला। इसके बाद बैंक में रखे हर गहने की जांच की गई। इस दौरान अलग-अलग लोगों से मिला करीब 2 करोड़ का सोना नकली निकला है।
घटना का पता चलते ही बैंक मैनेजमेंट ने गोल्ड की जांच कर कीमत बताने वाले को हटा दिया। फिर अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। अब तक पुलिस में भी मामला दर्ज नहीं करवाया गया है। बैंक मैनेजर का कहना है कि अपने स्तर पर जांच चल रही है। इसके बाद ही मामला दर्ज करवाया जाएगा।
बैंक के मुताबिक कस्टमर लोन लेने के लिए गोल्ड लेकर आता है। उस गोल्ड की बैंक की ओर से नियुक्त गोल्ड वैल्यूअर कीमत तय करता है। इसके बाद वह बैंक को बताता है कि इस गोल्ड की कीमत कितनी है। इसके बाद बैंक गोल्ड की कीमत का 75 प्रतिशत तक लोन दे देता है।
अब नहीं हो रही रिकवरी
बैंक की अब तक की जांच में सामने आया है कि करीब आठ कस्टमर को दो करोड़ से ज्यादा का लोन दिया गया। यह लोन कस्टमर को सोना गिरवी रखकर दिया। गोल्ड वैल्यूअर ने नकली सोने को भी असली बताकर कीमत का आंकलन कर दिया। बैंक ने उसी के मुताबिक लोन दे दिया।
इसके बाद हर साल उसका नवीनीकरण कर दिया गया। ऐसे में इसकी पोल नहीं खुली। हाल ही में रेंडम जांच में गोल्ड नकली पाया गया तो बैंक हरकत में आया। इसके बाद अपने स्तर पर लोन क्लीयर करवाने और रिकवरी करने के भी प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हुए।
ऐसे में सभी कस्टमर को बुलाकर उनकी मौजूदगी में अब जांच अन्य गोल्ड वैल्यूवर से करवाई जा रही है। अब तक करीब आठ लोगों के गोल्ड के नकली होने की बात सामने आई है।
मिलने वालों पर खेला दांव
बैंक मैनेजमेंट के अनुसार गोल्ड वैल्यूअर ने अपने परिचित व मिलने वालों को ही नकली सोने के बदले रुपए दिला दिए। फिर रुपए प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट कर दिए। कोरोना काल में प्रॉपर्टी के भाव गिर गए और ऐसे में पैसा अटक गया। किस्तें तो देता रहा कि, लेकिन लोन क्लीयर नहीं हुए।
गोल्ड वैल्यूवर को हटाया
मामला सामने आने के बाद बैंक प्रबंधन ने गोल्ड वैल्यूअर महादेव ज्वेलर्स के प्रोपराइटर घनश्याम को हटा दिया। इसकी नियुक्ति करीब चार साल से है। अब उसकी जगह नए गोल्ड वैल्यूअर नया बाजार निवासी कमल सोनी को लगाया है।
200 कस्टमर, अब तक 150 की जांच
बैंक ऑफ इंडिया में गोल्ड से लोन लेने वाले करीब 200 कस्टमर हैं। मामला सामने आने के बाद बैंक मैनेजमेंट ग्राहकों को बुलाकर उनकी मौजूदगी में नए गोल्ड वैल्यूअर से गोल्ड की जांच करवा रहा है। बताया जाता है कि करीब डेढ़ सौ कस्टमर के गोल्ड की जांच की जा चुकी है। इसमें पूरी तरह से फर्जीवाड़ा होने की बात पुष्ट हो गई है।
- बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर मनोज आलमचंदानी ने बताया- गिरवी रखे गोल्ड की जांच चल रही है। गोल्ड वैल्यूअर घनश्याम को हटा दिया गया है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज कराने व नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- न्यूज़ वाणी की टीम ने अजय नगर स्थित महादेव ज्वेलर्स पहुंची तो वहां कोई मौजूद नहीं था। वहां लिखे फोन नंबर पर बात की। एक व्यक्ति आया तो उसने बताया- वह घनश्याम नहीं है। इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते।