बॉलीवुड गीतकार लेखक मनोज मुंतशिर ने नाम बदलने का समर्थन किया। उन्होंने कहा, अगर शास्त्रों में लिखित हमारे शहरों का नाम इतिहास में बदला गया। तो अब भी बदले जाएं। लखनऊ और गाजीपुर के भी नाम बिल्कुल बदलने चाहिए।” वाराणसी में शुक्रवार रात रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में ‘काशी शब्दोत्सव’ के दौरान उन्होंने यह बात कही मुंतशिर ने कहा अब तक जो नाम बदले गए हैं, वो सही किए गए हैं। क्योंकि जो नाम रखे गए हैं, वह बदले नहीं गए हैं। जो नाम कभी हुआ करते थे, उन नामों की तरफ हम वापस लौटे हैं। आतताइयों-लुटेरों ने अपने झंडे गाड़ रखे थे। वो झंडे अब उखड़ने चाहिए। इसमें क्या गलत बात है। यदि लखनऊ का नाम हमारे शास्त्रों और इतिहास में पहले कुछ हुआ करता था तो अब भी वही होना चाहिए सनातन काटे से कटता नहीं बांटे से बंटता नहीं ‘ उन्होंने कहा- बाबा तुलसीदास दलित, स्त्री विरोधी नहीं थे। कुछ लोग हिंदू धर्म को 50 अलग-अलग खंडों में तोड़ना चाहते हैं। ऐसी बातें आपके सामने होती रहेंगी। यही तो सनातन परंपरा की परीक्षा है। आप बंटना मत। हम पानी की धारें हैं। हम काटे से कटते नहीं हैं। हम बांटे से बंटते नहीं हैं।