मुरादाबाद में विहिप के सह मंत्री संतोष पंडित को सरेआम गोली मार दी गई। गोली मारने वाला आरोपी रजत शर्मा भाजपा कार्यकर्ता है। संतोष पंडित और रजत में कई सालों से गहरी दोस्ती थी। लेकिन, RSS प्रमुख मोहन भागवत के पंडितों पर दिए गए बयान को लेकर दोनों आमने-सामने आ गए थे। रजत ने इसे ब्राह्मणों का अपमान बताकर भागवत के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन और नारेबाजी की थी। इसे खिलाफ संतोष पंडित ने रजत शर्मा को भाजपा से बाहर कराने के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन चला दी थी।
दिल्ली रोड पर बैंक के सामने मारी गोली
विश्व हिंदू परिषद के महानगर सह मंत्री संतोष पंडित को शनिवार देर शाम करीब 7 बजे सरेआम गोली मार दी गई थी। घटना दिल्ली रोड पर मझोला थाना क्षेत्र में मानसरोवर कॉलोनी के गेट पर HDFC बैंक के सामने हुई थी। संतोष पंडित को गंभीर हालत में साईं अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना की सूचना मिलते ही SSP हेमराज मीणा समेत तमाम पुलिस अधिकारी घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे थे। CO सिविल लाइंस डॉ. अनूप सिंह ने बताया, ”विहिप नेता को शहर के नागफनी एरिया में रहने वाले रजत शर्मा ने गोली मारी है।”
बाइक पर आया और गोली मारकर भागा
घटना के समय नया मुरादाबाद निवासी संतोष पंडित अपने दो अन्य साथियों के साथ एक मीटिंग से लौटे थे। वह मानसरोवर गेट पर HDFC बैंक के सामने ऑटो से उतरे थे। तभी बाइक पर पहुंचे रजत शर्मा ने उन्हें गोली मारकर फरार हो गया। मौके पर भीड़ भरे इलाके में हुई इस वारदात से हड़कंप मच गया। लेकिन कोई भी रजत को पकड़ने या टोकने की हिम्मत नहीं जुटा सका। यहां तक कि संतोष पंडित के साथ मौजूद रहे, उनके दो साथियों ने भी रजत को पकड़ने या रोकने की कोशिश नहीं की।
भागवत मुर्दाबाद के नारे लगाने पर हुई थी बहस बाजी
विहिप नेता को गोली मारने का आरोपी रजत शर्मा महानगर भाजपा का कार्यकर्ता है। घटना की जड़ में 8 फरवरी को कलेक्ट्रेट पर RSS प्रमुख मोहन भागवत के खिलाफ हुआ प्रदर्शन बताया जा रहा है। मोहन भागवत के पंडितों के बारे में दिए गए बयान के विरोध में यह प्रदर्शन 8 फरवरी को अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की युवा इकाई ने कलेक्ट्रेट पर किया था। जिसे रजत शर्मा ने लीड किया था। प्रदर्शन में मोहन भागवत मुर्दाबाद और भागवत हाय-हाय के नारे भी लगाए गए थे। इसे लेकर विहिप नेता संतोष पंडित ने रजत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
FB पर खुद को RSS का स्वयंसेवक बताता है रजत
विहिप नेता को गाेली मारने का आरोपी रजत शर्मा नगर निगम का संविदा कर्मचारी है। शहर के नागफनी एरिया में रहने वाला रजत भाजपा का कार्यकर्ता है और बीजेपी के सभी कार्यक्रमों में हिस्सा लेता है। इसके अलावा उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर खुद का परिचय RSS के स्वयंसेवक के रूप में दे रखा है।
जो परशुराम का नहीं वो मेरे किसी काम का नहीं
विहिप नेता संतोष पंडित और भाजपा कार्यकर्ता रजत शर्मा के बीच गहरी दोस्ती थी। लेकिन मोहन भागवत के बयान को लेकर दोनों के विचार अलग थे। रजत इसे ब्राह्मणों का अपमान मानकर भागवत के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहा था। वहीं संतोष पंडित इसे संगठन में अनुशासनहीनता मान रहे थे। दोनों में फेसबुक पर वार चल रही थी। संतोष पंडित ने फेसबुक पर जब रजत को भाजपा से बाहर कराने के लिए कैंपेन चलाई, तो जवाब में रजत ने लिखा- “जो परशुराम का नहीं वो मेरे किसी काम का नहीं
पुलिस ने रजत को पकड़ने के लिए लगाईं 5 टीमें
SSP हेमराज मीणा ने रजत की गिरफ्तारी के लिए 5 टीमें गठित की हैं। उसे पकड़ने के लिए सीओ सिविल लाइन्स डॉ. अनूप सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीमों ने रातभर में 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है। पुलिस ने रजत को पकड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कप्तान हेमराज मीणा खुद इस पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।