कुवैत व इराक भेजी जा रही थीं 16 विदेशी लड़कियां, पूछताछ में सामने आया अहम राज

नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने रात डेढ़ बजे दिल्ली के मुनीरका इलाके से पड़ोसी देश नेपाल की रहने वाली 16 लड़कियों को छुड़ाया है, जिन्हें बहला-फुसलाकर मानव तस्करी के लिए नेपाल से लाया गया था। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल खुद इन सभी का रेस्क्यू कराने गई थीं। इन्हें यहां से कुवैत और इराक भेजने की तैयारी हो चुकी थी। इन सभी के पासपोर्ट दलालों ने छीनकर अपने पास रख लिए थे, जिन्हें छोटे कमरे में बंद करके रखा गया था। लगभग 8 महीने पहले से ये नेटवर्क चल रहा था। आरोप है कि 15 दिन पहले 7 लड़कियों को कुवैत और इराक भेजा जा चुका था।
डीसीपी देवेंद्र आर्य (साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट) ने बताया कि इस मामले में वसंत विहार में शिकायत दी गई है, मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस पर डीसीपी का कहना है कि किराएदारों के वैरिफिकेशन के लिए समय समय पर मुहीम चलाई जाती है। शिकायत में कहा गया है नौकरी का झांसा देकर नेपाल से लाया गया। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने पिछले तीन वर्ष के आयोग के कार्यों की रिपोर्ट पेश की। कहा कि महिला हेल्पलाइन 181 पर 2.35 लाख कॉल आईं जिनमें अधिकतर का निबटारा किया गया। अकेले उन्होंने 52,473 शिकायतों पर काम किया जबकि पूर्व अध्यक्ष ने गत 8 वर्ष में मात्र 20 हजार शिकायतों की सुनवाई की थी।
प्रेस वार्ता के दौरान उपलब्धियां गिनाते हुए स्वाति ने कहा कि छोटी बच्चियों के साथ होने वाले दुष्कर्म के मामलों में आरोपित को छह महीने के भीतर फांसी की सजा देने का अध्यादेश लाना आयोग की सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान अब तक उन्होंने खुद 500 दुष्कर्म पीड़िता बच्चियों से शेल्टर होम में मुलाकात की। दुष्कर्म पीड़िता सहायता केंद्र के द्वारा गत तीन वर्ष में तारीख के दौरान 35 अदालतों में 606 पीड़ितों को मदद पहुचाई गई। आयोग ने सरकार की नीतिगत मामलों में 175 से ज्यादा सिफारिशें कीं। वहीं, आयोग के हस्तक्षेप पर 6,952 यौन हिंसा के मामलों में मुकदमे दर्ज हुए।

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