पटना।बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक नारी निकेतन में बच्चियों के साथ लंबे समय से रेप होने का आरोप लगा है। सरकारी सहायता प्राप्त के इस शेल्टर होम का नाम ‘बालिका गृह’ है, जो कि एक एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति की ओर से चलाया जाता है। इसमें 42 लड़कियां रह रही थीं। बिहार में 42 में से 24 लड़कियों की मेडिकल जांच में सामने आया है कि उनके साथ रेप और मारपीट हुई है। कई के शरीर पर जले के निशान हैं। पीड़ित सभी 24 लड़कियां नाबालिग हैं। मालूम हो कि निकेतन की ही एक लड़की ने आरोप लगाया था कि उनकी एक साथी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसे परिसर में दफन कर दिया गया। साथ ही कई के साथ बलात्कार किया गया।
मुंबई के एक संस्थान के सामाजिक ऑडिट में बिहार के इस नारी निकेतन की लड़कियों का यौन शोषण सामने आया था, जिसके बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने प्राथमिकी दर्ज की और दस लोग गिरफ्तार किए गए थे। दूसरी ओर, इस मामले में विपक्षी पार्टियों ने सीबीआई जांच की मांग की है। सोमवार को आरजेडी ने यह मुद्दा विधानसभा में उठाया। पार्टी ने दावा किया इस स्कैंडल में कई बड़े लेाग शामिल हैं, जिन्हें नीतीश कुमार सरकार बचाने का प्रयास कर रही है। वहीं, मुजफ्फरपुर की एसपी हरप्रीत कौर ने कहा, ‘हम एक लड़की के बयान के आधार पर खुदाई कर रहे हैं। जगह की पहचान उस लड़की ने की थी। खुदाई के दौरान अब तक कुछ भी अहम सबूत नहीं मिला है लेकिन आरोप लगाने वाली लड़की से और पूछताछ करने के बाद खुदाई का दायरा बढ़ाया जा सकता है।’ उन्होंने कहा कि इस नारी निकेतन में 40 से अधिक लड़कियां हैं और मेडिकल रिपोर्ट बताती हैं कि संभव है कि उनमें से आधे से अधिक के साथ कभी न कभी यौन संबंध बनाए गए हों। अब तक नारीनिकेतन की महिलाकर्मियों समेत कुल 10 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। नारी निकेतन को चलाने वाले एनजीओ को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। इस नारी निकेतन को सील करके लड़कियों को दूसरे जिलों के नारी निकेतनों में भेज दिया गया है।