पुलिस ने पकड़ा बजरंग दल ने गोतस्करी के शक में बोलेरो समेत जलाया जिंदा किउ ?

परिवार का आरोप- हरियाणा पुलिस ने पकड़ा, फिर बजरंग दल के लोगों को सौंपा, उन्होंने जिंदा जलाया किउ ?

हरियाणा में भिवानी के लोहारू कस्बे में बोलेरो में जिंदा जलाए गए 2 मुस्लिम युवकों को पहले पुलिस ने पकड़ा था। हरियाणा के फिरोजपुर झिरका की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) पुलिस टीम ने जुनैद और नासिर की बोलेरो को टक्कर मारकर उन्हें पकड़ा।

इसके बाद अधमरी हालत में उन्हें बजरंग दल वालों को सौंप दिया। जिन्हें बजरंग दल वालों ने गोतस्करी के शक में बोलेरो समेत जिंदा जला दिया। जुनैद और नासिर के परिवार वालों ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। परिवार का दावा है कि पूरी घटना के वक्त CIA टीम बजरंग दल वालों के साथ थी। दोनों को बुरी तरह पीटा गया।

मारपीट के बाद बजरंग दल वाले दोनों को थाने ले गए लेकिन उनकी हालत देखकर पुलिस ने हिरासत में लेने से इनकार कर दिया। जिसके बाद उनके बोलेरो समेत जिंदा जलने की खबर आई। वहीं फिरोजपुर झिरका के CIA इंचार्ज वीरेंद्र सिंह का कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। न तो उन्होंने किसी आरोपी को पकड़ा और न ही बजरंग दल वालों को सौंपा।

भाई के ससुराल गए थे दोनों
मृतक जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने बताया कि उनके जुनैद और नासिर गांव भोरूबास सिकरी में भाई की ससुराल में गए थे। रात में वही रूक गए थे। बुधवार सुबह जल्दी घर आ रहे थे। रास्ते में उन्हें CIA फिरोजपुर-झिरका व बजरंग दल वालों ने रोका। इनके दोनों के नाम पूछा।

जिसके बाद दोनों को गाड़ी से खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की गई। बजरंग दल वालों की वजह से इलाके में पहले ही दहशत फैली हुई है। इससे पहले नूंह में वारिस की बजरंग दल वालों की कथित पिटाई से मौत हो चुकी है। नासिर-जुनैद ने जैसे ही देखा कि उन्हें ये खींच रहे है, तो उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए अपनी गाड़ी बोलेरो को भगा लिया।

CIA-बजरंग दल वालों पर गंभीर आरोप
परिजनों का कहना है कि जुनैद-नासिर को बोलेरो में जान बचाकर भागते देख फिरोजपुर-झिरका सीआईए ने गाड़ी को आगे से टक्कर मारी और पीछे से बजरंग दल वालों ने टक्कर मारी। उन्होंने कहा कि पुलिस इस हत्याकांड में बराबर शरीक है। ग्रामीण इसके सबूत दे रहे है।

हमारे पास गवाह है। बिरूका चौतरी के रास्ते में दोनों को गाड़ी में डालकर फिरोजपुर-झिरका थाना में लेकर पहुंचे। जहां पर बजरंग दल वालों ने दोनों को पुलिस को सौंपने की कोशिश की। लेकिन दोनों की हालत इस कदर खराब कर दी थी कि पुलिस ने दोनों को रखने से मना कर दिया।

बजरंग दल वाले मोनू मानेसर का नाम सामने आया
परिवार के लोगों का कहना है कि पुलिस के हिरासत में लेने से इनकार करने के बाद बजरंग दल वाले मोनू मानेसर, रिंकू सैनी फिरोजपुर-झिरका व 7-8 अन्य लोग हमारे दोनों भाईयों को भिवानी ले गए और वहां उन्हें पिछली सीट पर बैठाकर जिंदा जलाकर मार डाला। हमें सोशल मीडिया पर चली खबर के बाद दोनों की मौत का पता चला। बाद में गाड़ी के इंजन और चैचिस नंबर से पता चला कि ये हमारी गाड़ी है और मरने वाले हमारे दोनों भाई है।

दोनों राजस्थान के रहने वाले
बोलेरो गाड़ी में मृत पाए गए जुनैद (35) और नासिर (28) दोनों हरियाणा बॉर्डर के साथ लगते राजस्थान के जिला भरपुर के गांव घाटमीका के रहने वाले है। दोनों के शव गुरुवार को भिवानी के लोहारू स्थित सुनसान जगह बोलेरो गाड़ी में जले हुए मिले।

इस मामले में जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने बुधवार को गोपालगढ़ थाना (भरतपुर) में दोनों के अपहरण व मारपीट का मामला दर्ज कराया हुआ है। इस मामले में अब भिवानी और राजस्थान के भरतपुर जिला की पुलिस दोनों ही जांच में जुटी है। दोनों के कंकाल के सैंपल लिए गए है। पहचान के लिए डीएनए जांच के लिए भी भेजे है।

वारिस की मौत पर भी उठे थे सवाल
इससे पहले 29 जनवरी को ही तावडू इलाके में वारिस नाम के एक शख्स की मौत हुई थी। उसकी गाड़ी एक टैंपो से टकरा गई थी, जिसमें वारिस की मौत हो गई थी। परिजनों ने मोनू मानेसर और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने पूरे मामले में सफाई दी थी।

चूंकि वारिस की मौत से पहले का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें कथित गौरक्षक वारिस और उसके साथियों से धमकी भरे लहजे में उनका नाम पूछते हुए दिखाई दे रहे थे और कुछ घंटे बाद ही वारिस की मौत हो गई थी। अब जुनैद और नासिर की मौत के बाद एक बार फिर मोनू मानेसर का नाम सुर्खियों में आया है।

अंडरग्राउंड हुआ मोनू मानेसर
इस मामले में नाम सामने आने के बाद मोनू मानेसर अंडरग्राउंड हो गया है। हरियाणा में गुरुग्राम जिले के मानेसर का रहने वाला मोहित उर्फ मोनू मानेसर को हरियाणा में बजरंग दल में गौरक्षा प्रमुख पद मिला हुआ है।

मोनू मानेसर और गौ-तस्करों के बीच दिल्ली-एनसीआर के इलाको में काफी बार आमने-सामने हो चुके है। उसने वॉट्सऐप स्टेटस के जरिए इतना जरूर लिखा कि इस घटना से उनका कोई संबंध नहीं है। उसे जबरन फंसाया जा रहा है। घटना के वक्त वह एक होटल में था। हाल ही में मोनू मानेसर को एक गो तस्कर के जान से मारने की धमकी वाला ऑडियो भी वायरल हुआ था।

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