हे राम! सब जाम 20 किमी रोड पर 8 घंटे 30 हजार से ज्यादा गाड़ियां फंसी

जहां नजर दौड़ाओ दूर तक सिर्फ नरमुंड ही नरमुंड दिख रहे। सड़क किनारे कोई बेसुध पड़ा है तो कोई चीख-पुकार रहा है। बच्चे बेहाल हैं और बुजुर्ग मदद मांग रहे हैं। लाखों जानें, हजारों गाड़ियां महाजाम में फंसी हुई हैं। ये हालात कुबेरेश्वर धाम से भोपाल की ओर आने वाले 20 किमी लंबे रास्ते पर जहां-तहां दिख जाएंगे।

इंदौर-भोपाल फोरलेन पर सीहोर के चौपाल सागर चौराहे से आष्टा के पहले तक आठ घंटे ऐसा ही जाम। क्योंकि सीहोर के चितावलिया हेमा गांव में बने कुबेरेश्वर धाम में गुरुवार से शुरू हुए रुद्राक्ष महोत्सव में 20 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे हैं। खुद सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह इस आंकड़े की पुष्टि कर रहे हैं। धाम में बेकाबू भीड़ के कारण हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि यहां एक महिला की मौत हो गई, कई लापता हैं। दिनभर 5 श्रद्धालुओं की मौत की अफवाह उड़ती रही, लेकिन देर रात तक किसी भी अफसर ने इसकी पुष्टि नहीं की।

मृतक की पहचान महाराष्ट्र के मालेगांव निवासी 54 वर्षीय माला बाई खांडेकर के रूप में हुई है। पीएम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। यहां की अव्यवस्था के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी अपना कुबेरेश्वर धाम का दौरा निरस्त करना पड़ा। भीड़ में सैकड़ों लोग गुम हुए हैं। सीहोर एसपी मयंक अवस्थी का कहना है कि 1500 का फोर्स लगा हुआ है। इनमें 500 जवान सीहोर के हैं, जबकि 1000 पीएचक्यू से बुलाए हैं। लेकिन, सड़क पर पैदल चलने वाले लाखों हैं, इसलिए महाजाम लगा।

वे 2 गलतियां, जो समिति से हुईं

1 बेहिसाब आमंत्रण… रुद्राक्ष महोत्सव के लिए समिति ने सोशल मीडिया, अखबार आदि के जरिए आमंत्रण दिया। जहां जिसे जो जानकारी मिली, वो पहुंच गया।

2 पार्किंग कम… 5 पार्किंग रात में फुल हो गईं थीं। सुबह जो लोग पहुंचे उन्होंने सड़क पर गाड़ियां लगा दीं। 95% लोग दो और चार पहिया वाहन से पहुंचे।

एक-दूसरे पर चढ़ते गए- कुचलते गए लोग
रुद्राक्ष के लिए भीड़ न टूटे, इसलिए बुधवार से ही रुद्राक्ष बांटना शुरू कर दिया गया था, लेकिन गुरुवार सुबह इतनी भीड़ आई कि 10 काउंटर्स पर घंटों लाइन में लगे लोग बेकाबू हो गए। एक-दूसरे पर चढ़ते, कुचलते हुए सभी जल्द रुद्राक्ष लेना चाहते थे। माहौल बिगड़ता देख दोपहर में पं. मिश्रा ने रुद्राक्ष वितरण बंद कर दिया।

पुलिस सहायता केंद्र से अनाउंसमेंट करवाया जा रहा है कि जो भी गुम हुआ हो, उसकी जानकारी यहां दें। भोपाल की नीलू, होशंगाबाद की शकुन जैसे कई लोगों ने अपनों की जानकारी पर्ची में लिखकर दी।

इंदौर से भोपाल जाने में 6 घंटे

129 बसें देरी से आईं और गईं; पुलिस की अपील- दूसरे रुट से जाएं भोपाल

हाईवे पर जाम के चलते इंदौर से भोपाल आने-जाने वाले वाहन लंबे समय तक फंसे रहे। इसके चलते प्रशासन ने रूट डायवर्ट कर दिया। अब इंदौर से आष्टा-कालापीपल होकर वाहनों की आवाजाही हो रही है। इंदौर से रवाना हुई एआईसीटीएसएल की 64 बसें देरी से आई और गई।

ये बसें डायवर्ट रूट से चलीं। साढ़े तीन घंटे का सफर करीब छह घंटे में पूरा हुआ। सरवटे बस स्टैंड से चलने वाली 65 बसें भी तीन घंटे देरी से आईं और गईं। इंदौर ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वाहन चालक देवास-सारंगपुर-पचोर-नरसिंहगढ़ होकर या फिर डबलचौकी-खातेगांव- नसरुल्लागंज-रेहटी-अब्दुल्लागंज होकर भोपाल तक आ-जा सकते हैं।

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