फ़तेहपुर। श्री अनुरागेश्वर महादेव मंदिर श्याम नगर खम्भापुर में चल रही आठ दिवसीय संगीतमयी भागवत कथा के दूसरे दिन सोमवार को भजन-कीर्तन एवं आरती कार्यक्रमों से भक्ति की बयार बहती नजर आई। भागवत भूषण श्री गोपाल द्विवेदी द्वारा अपने मुखारबिंद से भागवत माहात्म्य का वर्णन करते हुए बताया कि भागवत कथा श्रवण करने से भक्ति , ज्ञान बैराज्ञ जाग्रत होते है । हमारे जीवन मे भक्ति तभी सार्थक है, जब ज्ञान बैराज्ञ प्रकट हो जाये । भागवत कथा श्रवण करने से यह लोक भी बनता है और परलोक भी बनता है। धुंधकारी जैसा महापापी अकाल मृत्यु होने के बाद प्रेत योनि में चला गया , उसके निमित्त भागवत का अनुष्ठान किया गया उसे भी प्रेत योनि से मुक्ति मिल गई। कथा सुनने पहुँचे बड़ी संख्या में पहुँचे पुरुषों महिलाओं एव युवतियों द्वारा भागवत सुनकर भक्ति के रंग में सराबोर नज़र आये। आयोजक अनुराग नारायण उर्फ पुत्तन मिश्रा ने बताया कि 28 फरवरी को कथा समाप्ति के अवसर पर विशाल भंडारे के आयोजन किया गया है जिसमे शहर के अलावा दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र से श्रद्धालुओं के पहुँचेकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण करेंगे।