आवासों में किए गए भ्रष्टाचार का सीडीओ ने लिया संज्ञान , कहा कि होगी जांच

लखीमपुर-खीरी। जनपद खीरी के विकास खण्ड रमियाबेहड़ के रामनगर बगहा सहित, परौरी, चंद्रपुरा, नैनापुर, मझरापूरब, बबियारी, परमौधापुर के पंचायत सेक्रेटरी सुनील पंकज ने उक्त ग्रामों के प्रधानों से सांठगांठ करके प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में करोड़ांे का घोटाला किया। जिसका खुलासा उक्त विकास खण्ड की ग्राम रामनगर बगहा में आवासों के निर्माण एवं मनरेगा के अन्र्तगत करवाए गए विकास कार्यो के सर्वेक्षण करने से हुआ। ग्राम रामनगर बगहा में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्र्तगत लाभार्थियांे के चयन में तो धांधली बरती ही गई साथ ही उन्हीं व्यक्तियों को आवास आवंटित किए गए है जिन लोगों ने आवास प्राप्त करने के लिए पंचायत सेक्रेटरी को बीस हजार रूपए अग्रिम भुगतान कर दिया तथा जिन लाभार्थियांे ने बीस हजार रूपये का भुगतान नहीं किया उन्हें आवास आवंटित नहीं किए गए। आवास निर्माण करने में घटिया निर्माण सामाग्री का प्रयोग किया गया तथा आधे-अधूरे आवास निर्मित कराकर छोड़ दिए गए। जिन आवास लाभार्थियों से आवास निर्माण हेतु बीस हजार रूपए वसूले गए उनमें मुरली पुत्र कल्लू, निजामुद्दीन पुत्र इस्माइल, शकूर पुत्र कंुंजन, साबिर पुत्र शर्कीउल्ला, बड़कन्न पुत्र सीताराम, शहजाद पुत्र गफ्फूर, हरिद्वार सिंह पुत्र गोवर्धन, लल्लू सिंह पुत्र रज्जन सिंह आदि से आवासों के नाम पर पंचायत सेक्रेटरी सहित प्रधानपति ने अवैध वसूली तो कर ली परंतु उनके आवास आधे- अधूरे बनवाए। हरिद्वार सिंह पुत्र गोवर्धन सिंह निवासी रामनगर बगहा ने बताया कि वह वर्षो से झोपड़ी डालकर रह रहा परंतु उनका आवास इस लिए नहीं बनवाया गया कि वे पंचायत सेक्रेटरी की मांग को पूरा नहीं कर पाए। लाभार्थियों को आवास देने के नाम पर उक्त पंचायत सेक्रेटरी पंकज ने मूल भाव भी किया तथा हुलासीपुरवा के निवासी मुरारी से उसने पांच हजार रूपए लेकर आवास देने की बात कही परंतु मुरारी पांच हजार भी नहीं दे सका। इस लिए उसका आवास ही नहीं बना। इसी प्रकार लाभार्थियों से अवैध वसूली करके जो आवास बनवाए गए है उनमें भी अत्यंत घटिया किस्म की निर्माण साामग्री की प्रयुक्त की गई। जिससे बगहा निवासिनी बिट्टू देवी पत्नी देवीदयाल के आवास की छत बैठ गई। वहीं बिंदेश्वरी पत्नी अवधराम की छत बनवाई ही नहीं गई। शाहबुद्दीन पुत्र करम अली निवासी बगहा सहित गोबरे पुत्र अज्ञात के आवासों की नींव ही नहीं पड़ी है। वही चुन्ना पुत्र शिवनंदन, सरजू पुत्र प्यारे, दिनकू पुत्र इतवारी सहित कई आवास लाभार्थियों के आवास भी अधूरे बने है तथा सुनीता पत्नी मंहगे, तौफीक पुत्र रहमतुल्ला के आवासों का पैसा खाते से निकलवा लिया गया। जिनकांे आज तक आवास नहीं मिला, तो वंदना पत्नी राजू के आवास पर स्लेप पड़ती ही दरक गई। दिनांक 27 जुलाई को प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्र्तगत किए जा रहे भ्रष्टाचार की जानकारी मीडिया द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को दी गई। जिस में उक्त लाभार्थियांे के नाम व आधू-अधूरे आवासों के छाया चित्र भी उपलब्ध कराए गए। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने आश्चर्य चकित होकर भी जानकारी दी कि जद आवासों की स्थिति रामनगर बगहा में इतनी ध्वस्त है, तो क्या परियोजना निदेशक जिन्हंे उन्हंे जांच सौंपी थी क्या जांच की रिपोर्ट गलत दी है। सीडीओ ने मीडिया को अश्वस्त किया कि वे पूरे भ्रष्टाचार की गंभीरता से जांच कराई जाएगी तथा दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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