इलाहाबाद। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 कराने की हड़बड़ी में उप्र लोकसेवा आयोग (यूपी पीएससी) की गड़बडिय़ां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। लिखित परीक्षा के ऐन मौके पर फिर बड़ी चूक उजागर हुई है। यूपी पीएससी ने सिर्फ परीक्षा केंद्र बदलने वाले अभ्यर्थियों को ही दो-दो प्रवेशपत्र जारी नहीं किए हैं, बल्कि उन परीक्षार्थियों को भी दो प्रवेशपत्र मिले हैं, जिन्होंने अर्हता के विवाद में दो-दो आवेदन किए हैं। सभी को दो पंजीकरण, अनुक्रमांक और परीक्षा केंद्र आवंटित हुए हैं, ऐसे अभ्यर्थियों की तादाद बड़ी संख्या में है। दो प्रवेशपत्र पाने वालों को अब यह सूझ नहीं रहा है कि आखिर वे किस केंद्र पर इम्तिहान दें। प्रदेश के राजकीय माध्यमिक कालेजों की एलटी ग्रेड शिक्षक चयन की लिखित परीक्षा पहली बार यूपी पीएससी 29 जुलाई को कराने जा रहा है। कई अभ्यर्थियों को दो प्रवेशपत्र मिलने की नौबत इसलिए आई, क्योंकि ङ्क्षहदी, कंप्यूटर, कला सहित कई विषयों की अर्हता को लेकर विवाद रहा है। अभ्यर्थियों ने पहले अनर्ह होने के बावजूद आवेदन किया और बाद में कोर्ट के आदेश पर अर्ह होने पर दावेदारी कर दी। यूपी पीएससी ने ऑनलाइन व ऑफलाइन मिले आवेदन पत्रों की अर्हता व पात्रता को बिना जांचे सभी को प्रवेश पत्र निर्गत कर दिए। वाराणसी की रश्मि पांडेय ने हिंदी विषय की परीक्षा देने के लिए दो बार ऑनलाइन आवेदन किया। अब उन्हें दो प्रवेशपत्र मिले हैं। पहले में पंजीकरण संख्या 71308438615 व रोल नंबर 448198 है। उन्हें राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन इंटर कालेज महेवा गेट हिंदी विद्यापीठ परिसर इलाहाबाद परीक्षा केंद्र मिला। दूसरे प्रवेशपत्र में पंजीकरण संख्या 7307275107 व रोल नंबर 438276 है। इसमें उन्हें इंद्रजीत साहू कमला देवी इंटर कालेज ब्लाक बी, जीटी रोड बेगम बाजार बमरौली इलाहाबाद केंद्र मिला है। इससे वह परेशान हैं कि आखिर वह किस केंद्र पर जाकर इम्तिहान दें। रश्मि का कहना है कि ऐसा सिर्फ उनके साथ ही नहीं हुआ है, बल्कि अन्य कई परीक्षार्थी भी दो प्रवेश पत्र लेकर टहल रहे हैं। यूपी पीएससी के सचिव जगदीश ने बताया कि दो प्रवेशपत्र इसलिए जारी हुए हैं कि आवेदन दो बार किया है। पहला 11 अप्रैल को दूसरा 11 जून को। परीक्षार्थी को राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन केंद्र पर इम्तिहान देना चाहिए।
दो दिन पहले भी उठा था मामला एलटी ग्रेड परीक्षा में दो दिन पहले मोनिका बाजपेई को फैजाबाद जिले में दो प्रवेशपत्र देने का मामला सामने आया था। तब यूपी पीएससी ने कहा था कि परीक्षा केंद्र बदलने से यह स्थिति बनी है। उस समय आयोग ने स्वीकारा कि छह जिलों के दस केंद्रों को बदला या फिर उनके पते दुरुस्त किए गए हैं।