यूवती को गले मे दुपट्‌टा बांध कर घसीटा फिर शराब पीकर किया गैंगरेप

 

आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र के जंगल में 15 साल की किशोरी के साथ हुई दरिंदगी में पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद अब गैंगरेप की धारा बढ़ा दी है। आरोपियों का चालान गैंगरेप, हत्या का प्रयास और पॉक्सो एक्ट में हुआ है।

पुलिस ने किशोरी से दरिंदगी के आरोप में किरावली के डावली गांव निवासी गणेश और फतेहपुर सीकरी निवासी संतोष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस की विवेचना में सामने आया है कि इस कृत्य में दोनों आरोपी बराबर के दोषी हैं। इसके चलते पुलिस ने आरोपियों गणेश और संतोष को नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म की धारा 376डी(ए) में जेल भेजा है। पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने गुरुवार को अज्ञात के खिलाफ धारा 376(3), 308 और 34 पॉक्सो एक्ट में अभियोग दर्ज किया था।

आरोपी गणेश और संतोष ने पुलिस को बताया कि गांव से निकलते समय उन्होंने शराब की बोतल खरीदी थी। इसके बाद सिकंदरा क्षेत्र में उन्होंने शराब पी। पुलिस जांच में सामने आया कि जहां पर किशोरी लहूलुहान मिली थी, वहां पर गणेश और संतोष करीब दो घंटे तक रुके थे। सर्विलांस से इसके प्रमाण भी मिले हैं। घटना से पहले आरोपी गणेश की किशोरी से फोन पर कई बार बात हुई थी। किशोरी के पास अपना फोन नहीं था, इसके लिए गणेश ने रास्ते से एक सिम और मोबाइल भी खरीदा था।

 

गले में दुपट्‌टा बांध कर घसीटा यूवती को 
घटना वाले दिन दोनों आरोपी बाइक से किशोरी के गांव गए थे। रुनकता के एक रेस्टोरेंट में किशोरी के साथ उन्होंने नाश्ता भी किया था। इसके बाद शाम को वो किशोरी को लेकर जंगल में गए। वहां उसके साथ दरिंदगी की। उसके सिर पर पत्थर से प्रहार किया। उसका गला भी दबाया। जब उनको लगा कि वो मर गई है तो उसके दुपट्‌टे को गले में बांधकर उसे करीब 200 मीटर तक जंगल में घसीटा था।

 

गांव से चार किमी दूर मिली थी किशोरी
जिस जगह पर युवती मरणासन्न हालत में मिली थी, वो युवती के गांव से करीब 4 किमी दूर थी। कई किलोमीटर एरिया में जंगल ही जंगल है। जंगल में कटीली झाड़ियां हैं। जंगल के बीच से गुजर रहे रास्ते से करीब 10 फीट दूर झाड़ी में युवती आधी बेहोशी के हालत में थी। ड्यूटी कर लौट रहे गांव के चौकीदार ने किसी के कराहने की आवाज सुनी। उसने इधर-उधर देखा तो झाड़ी में हलचल होते दिखी। पास जाकर देखा तो खून से लथपथ युवती पड़ी थी। चौकीदार ने तुरंत तौलिया ओढ़ा दी। इसके बाद उसे झाड़ी से बाहर निकाला। युवती थर-थर कांप रही थी। उसके शरीर के कई हिस्से से खून बह रहा था।

जब युवती के गांव जा रही थी तो रास्ते में कई लोग मिले। इनमें से तीन युवक वो थे, जो उस समय मौके पर मौजूद थे। वो हमें जंगल लेकर गए। सबसे पहले उन्होंने वो जगह दिखाई, जहां पर युवती मिली थी। वहां से कटीली झाड़ियों के बीच से वो हमें अंदर ले गए। करीब 100 मीटर अंदर जाकर घने जंगल में उन्होंने वो जगह दिखाई जहां पर युवती का खून पड़ा था।

माना जा रहा है कि वहां पर युवती को दरिंदगी करने वाले घिसटते हुए लाकर छोड़ गए थे। वहां पर बेहोश होने के बाद ही खून जमा हो गया था। उनका कहना था कि युवती ने वहां पर उल्टी भी की थी। इसके बाद वो युवती को घिसटते हुए लाने के निशान के साथ आगे लेकर गए। वहां से करीब 50 मीटर की दूरी पर एक झाड़ी थी। उन्होंने बताया कि यहां पर युवती का दुपट्‌टा झाड़ी में फंसा था। यहां से कुछ दूरी पर युवती की चप्पल पड़ी मिली थीं। करीब 200 मीटर घसीटने के निशान जंगल में दिखाई दे रहे थे।

जंगल में हर तरफ कांटे ही कांटे थे। युवती को जमीन पर घसीटने के कारण उसके चेहरे और शरीर पर कांटे लग गए थे। बताया गया है कि कांटे लगने के कारण ही उसके शरीर से खून निकल रहा था। उसके सिर में भी पत्थर मारा गया था। इसके अलावा गले पर भी निशान थे। दरिंदगी करने वाले युवती को मरा हुआ समझकर ही वहां पर फेंक कर गए थे।

 

गांव वाले बोले- पहली बार हुई है ऐसी घटना
युवती के गांव में जाने पर हर तरह इस घटना की चर्चा थी। हर कोई घटना से सहमा हुआ था। उनका कहना था कि इससे पहले कभी इस तरह की घटना नहीं हुई। जिसने भी हैवानियत की है, उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।

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