माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री से कामकाज का ब्योरा मांगने पर यूपी पुलिस ने एक यू ट्यूबर पत्रकार को गिरफ्तार किया है। उसे बकायदा हथकड़ी पहनाकर रस्सियों से हाथ बांधकर ले जाया गया। इस पत्रकार के खिलाफ 13 मार्च को एफ आई आर दर्ज की गई थी। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। यू ट्यूबर को कल रात को गिरफ्तार कर किया गया था। वहीं आज उसको जमानत दे दी गई है।
इस मामले में समाजवादी पार्टी ने कहा कि यह बीजेपी सरकार में इमरजेंसी और तानाशाही रवैया नहीं है तो और क्या है? वहीं प्रिंयका गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है।
यह पूरा मामला संभल की कोतवाली चंदौसी क्षेत्र गांव बुद्धनगर खंडवा का है। यूपी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी एक चेक डैम के उद्घाटन में शिरकत करने पहुंची थी। वहां पर एक यू-ट्यूबर पत्रकार सुरेश राणा ने हाथ में माइक आईडी लेकर शिक्षा राज्यमंत्री के कार्यक्रम में विकास कार्यों पर सवाल उठाते हुए शिकायतों की झड़ी लगा दी थी, यही नहीं लोगों से हामी भरवाई थी।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला महामंत्री ने की एफआईआर फाइल
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला महामंत्री शुभम राघव ने यू-ट्यूबर पत्रकार संजय राणा के खिलाफ कोतवाली चंदौसी पुलिस को तहरीर देकर मारपीट का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने संजय राणा के खिलाफ मारपीट और गाली गलौज करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। यू ट्यूबर को कल रात को गिरफ्तार कर किया गया था। वहीं आज उसको जमानत दे दी गई है।
यूट्यूबर पत्रकार ने शिक्षा राज्य मंत्री से गांव में विकास न कराने और वादाखिलाफी के आरोप लगाते हुए शिकायतों की लंबी-चौड़ी झड़ी लगा दी थी। यू ट्यूबर ने मंत्री से सवाल पूछा कि आपने कहा था कि बुद्धनगर खंडवा गांव मेरा अपना गांव है। इसको आपने गोद भी लिया था। आपने मंदिर पर खड़े होकर शपथ ली थी कि ये गांव मेरा है और मैं इस गांव की हूं। इसका विकास करवाऊंगी।
लोगों से हर काम करवाने का वादा किया था। चुनाव जीतने के बाद आपने कहा था कि मंदिर वाली रोड को पक्का करवाऊंगी। अभी तक यह रोड कच्ची है। इस पर पैदल चलना भी मुश्किल है। देवी मां के मंदिर की बाउंड्री नहीं हुई है। जिसका आपने वादा किया था। जिससे गांव वाले परेशान है। इसके बाद यू ट्यूबर ने शिक्षा राज्य मंत्री ने सामने गांव वालों के हाथ उठवा कर कहा कि कौन-कौन सहमत मेरी इस बात से। वहां पर मौजूद कुछ गांव वालो ने हाथ उठाया भी था और कहा थी कि गांव में कोई काम नहीं हुआ है।
करीब दो मिनट तक पत्रकार के सवाल पूछने के बाद शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि मैं तेरी निगाहें बहुत देर पहचान रही थी, जब तुम वहां पर खड़े थे, तभी से मैं देख रही थी। राज्यमंत्री ने कहा कि धीरे-धीरे काम हो रहा है। गांव में विकास कराया जा रहा है। गांव को मैने गोद लिया था, मुझे याद है। सब गांव मेरे है। काम कराया जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री से जुड़े इस मामले में समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। सपा ने ट्वीट में कहा है कि ”संभल में बीजेपी सरकार की मंत्री गुलाब देवी ने विकास के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर पत्रकार को जेल में डलवा दिया है। बीजेपी सरकार में अघोषित इमरजेंसी और तानाशाही नहीं तो और क्या है? बीजेपी सिर्फ चाटुकार पत्रकारिता चाहती है, लेकिन इनसे सवाल पूछना मना है।” वहीं इस ट्वीट को अखिलेश यादव ने रीट्वीट भी किया है।
प्रिंयका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ”सत्ता पक्ष से सवाल पूछना, सत्ता पक्ष के वादों को याद दिलाना, जनता के मुद्दों को जन प्रतिनिधियों के सामने रखना एक पत्रकार की जिम्मेदारी होती है। लेकिन, उत्तरप्रदेश में एक पत्रकार को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए जेल भेज दिया गया। भाजपा चाहती है मीडिया केवल स्तुति करे, सवाल न पूछे”।