MA की छात्रा ने भगवान कृष्ण से की शादी, पिता ने अपने दामाद श्रीकृष्ण को दिए तोहफे

 

 

औरैया में MA की छात्रा ने भगवान कृष्ण की मूर्ति के साथ शादी की। इस दौरान शादी की सारी रस्में भी अदा की गईं। गाजे-बाजे के साथ बारात आई। छात्रा ने हाथ में मूर्ति लेकर 7 फेरे लिए। उसने भगवान कृष्ण के नाम का सिंदूर अपनी मांग में भरा। माता-पिता ने कन्यादान किया। युवती का कहना है, अब वह कान्हा की हो गई है और कान्हा उसके हो गए हैं। मामला बिधूना का है। छात्रा ने 11 मार्च को शादी की।

भगवान कृष्ण की मूर्ति के साथ शादी करने वाली युवती का नाम रक्षा सोलंकी है।  “मेरा श्रीकृष्ण के प्रति यह प्यार सालों पुराना है। कोई चाहे इसे कुछ भी कहे, लेकिन मेरा प्यार सच्चा है। किसी और के लिए मेरे मन में वो भाव कभी आए ही नहीं, जो श्रीकृष्ण के लिए आए। बचपन से मैं उनमें लीन रहती थी।”

रक्षा ने कहा, “भगवान कृष्ण को हमेशा अपने साथ रखती थी। लोग इसको लेकर मेरा मजाक भी बनाते थे, लेकिन वो मुझे और मजबूत बनाता था। बचपन तक तो ठीक था। लेकिन जैसे-जैसे मैं बड़ी हुई घर में सब लोग शादी के लिए बोलने लगे।”

”मेरे पति का नाम श्रीकृष्ण है”
रक्षा कहती है, “शादी की बात सुनकर मेरा दिल भारी होने लगता था। क्योंकि मुझे पता था कि मैं कभी भी किसी और के साथ नहीं रह पाऊंगी। जब ज्यादा दबाव बनाया गया, तो मैंने घर में सबको अपनी इच्छा बता दी। थोड़े से सवाल-जवाब के बाद घरवाले मान गए।

सब ने खुशी-खुशी मेरी शादी श्रीकृष्ण के साथ कर दी। अब मैं हमेशा के लिए उनकी हो गई हूं। साथ ही शादीशुदा भी हूं। मेरे पति का नाम श्रीकृष्ण है। शादी घर के मंदिर के सामने हुई। इसमें परिवार के लोग और रिश्तेदार भी शामिल हुए।”

पिता बोले- मैंने अपने दामाद श्रीकृष्ण को तोहफे दिए
रक्षा के पिता रणजीत सिंह का कहना है, ”हम लोग बेटी के इस फैसले से बहुत खुश हैं। भगवान से शादी करके वो हमेशा खुश रहेगी। बहुत सारे विवादों से मेरी बेटी हमेशा बची रहेगी। हम लोगों ने धूमधाम से अपनी बेटी की शादी की है। साथ ही दामाद श्रीकृष्ण को तोहफे भी दिए हैं।

बेटी को भी दान-दहेज दिया है। हमारा आशीर्वाद है कि हमारी बेटी हमेशा ऐसे ही हंसती रहे। हम लोगों ने बेटी और दामाद को सोने-चांदी के जेवर दिए हैं। इसके अलावा एक चांदी का पलंग अपने दामाद श्रीकृष्ण के लिए बनवा रहे हैं। अभी हम लोगों की बेटी घर पर ही रहेगी। आगे उसका जैसा मन होगा, वो वैसा करेगी।”

”मेरी बहन का सपना पूरा हुआ”
रक्षा की बहन अनुराधा का कहना, ”यह बात सुनने में लोगों को अजीब लग रही होगी, लेकिन सच है। मेरी बहन ने भगवान श्रीकृष्ण से शादी की है। हम लोग इस बात से बहुत खुश हैं। भगवान अब हमारे रिश्तेदार बन गए हैं। जो बचपन से मेरी बहन का सपना था, वो पूरा हो गया है। मेरा पूरा परिवार उसके साथ है। हम लोग उसके लिए बहुत खुश हैं।”

रक्षा के पिता कवि और पूर्व प्रधानाचार्य हैं
रक्षा ने MA के बाद LLB की पढ़ाई करने के लिए एंट्रेंस का एग्जाम दिया है। पिता रणजीत सिंह सोलंकी पूर्व प्रधानाचार्य हैं। वह कवि भी हैं। उनके 4 बच्चे हैं। जिनमें 3 बेटियां और 1 बेटा है। रक्षा बीच की बेटी है। बड़ी बहन का नाम अनुराधा और छोटी का नाम शिखा है। भाई का नाम आनंद सोलंकी है।

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